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Lok Sabha Election: मायावती ने कन्नौज से अकील अहमद को दिया टिकट; बिगड़ेगा सपा का प्लान?

Lok Sabha Election 2024: यूपी की कन्नौज लोकसभा सीट से सपा प्रमुख अखिलेश यादव चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन, बसपा ने इस सीट से मुस्लिम प्रत्याशी को टिकट देकर अखिलेश के लिए संकट बढ़ा दिया है। बसपा ने यहां से कानपुर के रहने वाले अकील अहमद पट्टा को टिकट दिया है। अकील पहले सपा में थे और हाल ही में बसपा में शामिल हुए थे।
02:34 PM Mar 12, 2024 IST | Gaurav Pandey
बसपा प्रमुख मायावती (एएनआई)
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Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव में अब बहुत ज्यादा समय नहीं बचा है और सभी राजनीतिक दल इसकी तैयारियों में जुटे हुए हैं। इस समय दल अपने उम्मीदवार फाइनल कर रहे हैं और जरूरत के हिसाब से गठबंधन कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने मंगलवार को प्रदेश की 2 लोकसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया है। लेकिन, मायावती का ये कदम समाजवादी पार्टी (सपा) के लिए मुश्किलें खड़ी करने का काम कर रहा है।

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मायावती ने कन्नौज लोकसभा सीट से पूर्व सपा नेता अकील अहमद पट्टा को टिकट दिया है। इस सीट से सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने की संभावना है। लेकिन, मुस्लिम नेता को प्रत्याशी बनाकर मायावती ने एक तरह से अखिलेश की प्लानिंग को बिगाड़ने का काम किया है। वहीं, भाजपा ने इस सीट से सासंद सुब्रत पाठक को टिकट दिया है। बता दें कि इस सीट पर साल 1998 से लेकर 2019 तक सपा जीतती आई थी। अब बसपा ने इस सीट पर मुकाबला काफी रोचक बना दिया है। इसके अलावा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बसपा ने बिजनौर से विजेंद्र सिंह को टिकट दिया है।

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कन्नौज लोकसभा सीट का ऐसा है इतिहास

अखिलेश और उनकी पत्नी डिंपल यादव ने राजनीतिक करियर की शुरुआत कन्नौज से ही की थी। साल 1998 में इस सीट से सपा के प्रदीप यादव सांसद थे। फिर 1999 में मुलायम सिंह को यह जिम्मेदारी मिली थी। साल 2000 से लेकर 2009 तक अखिलेश यादव यहां से जीतते रहे थे। उनके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले तक यह सीट डिंपल के पास थी। लेकिन 2019 में डिंपल के हाथ से यह सीट निकल गई थी। तब भाजपा के सुब्रत पाठक यहां से जीते थे और पार्टी ने इस बार भी उन्हीं पर भरोसा जताया है।

बसपा अकेले लड़ रही है लोकसभा चुनाव

बसपा ने यह लोकसभा चुनाव अकेले ही लड़ने का फैसला किया है। मायावती किसी भी दल के साथ गठबंधन करने से साफ इनकार कर चुकी हैं। हालांकि, उन्होंने यह जरूर कहा है कि चुनाव परिणाम आने के बाद गठबंधन की संभावना पर विचार किया जा सकता है। वहीं, उत्तर प्रदेश में सपा और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। सपा और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे पर बात बन चुकी है। बता दें कि 80 लोकसभा सीटों वाले यूपी की 63 सीटों पर सपा अपने प्रत्याशी उतारेगी और कांग्रेस 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

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