UP की इस सीट पर बंटे दलित वोटर, कहीं बाजी न मार ले जाए BJP; 50 फीसदी मुस्लिम वोटर हैं निर्णायक
Nagina Lok Sabha Seat: देशभर में लोकसभा चुनाव 2024 की सरगर्मियां तेज हैं। राजनीतिक पार्टियों में कहा जाता है कि प्रधानमंत्री पद का सफर उत्तर प्रदेश से होकर निकलता है। इसी उत्तर प्रदेश में एक सीट है नगीना। इस बार यहां दिलचस्प मुकाबला होता दिख रहा है। दरअसल, यह आरक्षित सीट है और यहां बसपा और भीम आर्मी आमने सामने है, जिससे दलित वोट बंट गए हैं। इस सीट पर कुल 16 लाख वोट हैं, जिसमें 50 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं।
मुस्लिम व दलित वोट बैंक को साधने की कोशिश
राजनीतिक जानकारों की मानें तो इस सीट पर मुस्लिम और दलित यानि M प्लस D फैक्टर काम करता है। जिसने इन दो वोट बैंक को साध लिया उस पार्टी के उम्मीदवार का इस सीट से जीतने का संभावना है। इस बार बीजेपी ने इस सीट से नहटौर से हैट्रिक लगा चुके विधायक ओम कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है। दलित समाज में उनकी पकड़ है। वहीं, बहुजन समाज पार्टी ने सुरेंद्र पाल को यहां से अपना प्रत्याशी चुना है। भीम आर्मी प्रमुख चंद्र शेखर आजाद रावण खुद यहां से चुनाव मैदान में खड़े हैं। इसके अलावा समाजवादी पार्टी मनोज कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया है।
लोकसभा सीट का इतिहास
जानकारी के अनुसार परिसीमन के बाद साल 2009 में यह सीट बिजनौर के कुछ इलाकों को लेकर बनी थी। 2009 में यहां से सपा के यशवीर सिंह धोबी ने लोकसभा चुनाव जीता था। फिर 2014 में बीजेपी के डॉ.यशवंत सिंह इस सीट से सांसद बने। 2019 में सपा, रालोद और बसपा एक साथ आईं तो बसपा के गिरीश चंद्र यहां से चुनाव जीते थे। इस बार यह सीट किस पार्टी के खाते में आएगी यह ताे आने वाला वक्त ही बताएगा।
21 फीसदी अनुसूचित जाति के मतदाता
जानकारी के अनुसार इस सीट पर कुल मतदाता की संख्या 1586117 है। जिसमें 843827 पुरुष मतदाता और 742230 महिला मतदाता हैं। बता दें इस सीट पर 21 फीसदी अनुसूचित जाति के मतदाता हैं। 2019 में चुनाव जीतने वाले बसपा के गिरीश चंद्र को कुल 568378 वोट मिले थे। दूसरे नंबर बीजेपी के डॉ. यश्वीर सिंह को 401546 वोट पड़े थे।