'संभल में नहीं मिला कोई मंदिर', राम गोपाल वर्मा के बाद यूपी सपा अध्यक्ष के बयान पर क्यों हुआ विवाद?
Shyam Lal Pal Statement On Sambhal Temple : उत्तर प्रदेश के संभल में मिले मंदिर का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा। इसके बाद सपा नेताओं ने भी पटलवार किया। राम गोपाल वर्मा के बाद यूपी सपा अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने कहा कि संभल में कोई मंदिर नहीं मिला। आइए जानते हैं कि नेताओं ने क्या कहा?
संभल मंदिर के पास एक कुएं की खुदाई में 3 खंडित मूर्तियां मिलीं। स्थानीय लोगों का दावा है कि सांप्रदायिक हिंसा की वजह से 1978 में यह मंदिर बंद हो गया था। 46 साल बाद मंदिर खुलने के बाद श्याम लाल पाल ने कहा कि संभल में कहीं कोई मंदिर नहीं मिला है, जाकर खुदाई देख लें। बीजेपी ने लोगों की शांति छीन ली, लेकिन वे भाईचारे और शांति से रहें।
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यूपी सपा अध्यक्ष ने सीएम योगी पर बोला हमला
यूपी सपा के अध्यक्ष ने सीएम योगी के बटेंगे तो कटेंगे नारे पर कहा कि देश में न तो हिंदू खतरे में हैं और न मुस्लिम, लेकिन पिछले वर्ग के लोग जरूर खतरे में हैं। आपको बता दें कि पिछले दिनों संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हिंसा हुई थी।
सपा की सरकारों ने मंदिर बंद नहीं किया : राम गोपाल यादव
आपको बता दें कि इससे पहले सपा के राज्यसभा सांसद राम गोपाल यादव ने सीएम योगी के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि सपा की सरकारों ने मंदिर बंद नहीं किया था। जिसकी जमीन थी वही लोग मंदिर बंद करके चले गए थे। अगर कोई गेरुआ कपड़े पहनकर झूठ बोलता है तो उसका कोई उपचार नहीं है। इस भाजपा ने भी पटलवार किया।
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बीजेपी ने किया पलटवार
बीजेपी विधायक सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि संत हमेशा सच बोलता है। साल 1978 से संभल मंदिर का इतिहास है। अखिलेश यादव को जवाब देना चाहिए कि इन्होंने अभीतक संभल में हुई हिंसा के खिलाफ क्या किया। सपाइयों के पास मुख्यमंत्री की बात का कोई काट नहीं है।