पढ़ी लिखी नहीं हो तो फाइल क्यों मंगवाई? भरी बैठक में BJP की महापौर से अपशब्द बोला अफसर
Shahjahanpur News (सुशील शुक्ला) : उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में नगर निगम विभाग और भाजपा महापौर इस समय आमने-सामने हैं। बीते दिनों नगर निगम में हुई कार्यसमिति की बैठक में मुख्य कर निर्धारण अधिकारी ने शाहजहांपुर की पहली महिला महापौर को अपशब्द बोला था। गृहकर और जलकर की बढ़ती शिकायतों को लेकर बैठक में महापौर ने कर अधिकारी से सवाल पूछते हुए फाइल मांगी। इस पर अधिकारी ने फाइल तो लाकर दे दी, लेकिन भरी बैठक में ही बड़बोले कर अधिकारी ने महापौर अर्चना वर्मा से कहा कि आप शिक्षित नहीं हैं तो फाइल क्यों मंगवाई?
अधिकारी की बात से नाराज पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। महापौर के सवाल का जवाब देने के बजाए मुख्य कर अधिकारी बैठक को बीच में ही छोड़कर बाहर चले गए। इसके बाद महापौर ने प्रमुख सचिव नगर विकास लखनऊ से अभद्रता करने वाले अधिकारी की शिकायत की और उसके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। आपको बता दें कि नगर निगम कार्यालय में भाजपा महापौर अर्चना वर्मा की मौजूदगी में कार्य समिति की बैठक हुई, जिसमें मुख्य कर निर्धारण अधिकारी राकेश कुमार सोनकर, पार्षद और नगर निगम के कर्मचारी मौजूद थे।
यह भी पढे़ं : मुख्तार अंसारी को मिली उम्रकैद की सजा, अदालत ने किस मामले में सुनाया फैसला
मेयर ने शासन से अधिकारी के खिलाफ शिकायत की
महापौर ने शासन को भेजे शिकायती पत्र में लिखा कि बैठक में गृहकर और जलकर की शिकायतों और जनता की समस्याओं पर चर्चा हो रही थी। नगर निगम में ऐसी कई शिकायतें आ रही हैं, जिसमें जनता पर गलत तरीके से टैक्स लगाने के आरोप लगे हैं। इस पर महापौर अर्चना वर्मा ने मुख्य कर निर्धारण अधिकारी से इसी तरह की एक पत्रावली मांगी। उन्होंने गलत टैक्स लगाए जाने को लेकर सवाल पूछे।
अधिकारी ने मेयर के सवालों का नहीं दिया जवाब
मुख्य कर निर्धारण अधिकारी को ये सवाल इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने भरी बैठक में महिला महापौर के लिए अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए उनसे अभद्रता कर दी। कर अधिकारी ने मेयर अर्चना वर्मा से बोला कि जब आप अशिक्षित हो तो फाइल क्यों मंगवाई। इसके बाद महापौर और तमाम पार्षदों ने प्रमुख सचिव नगर विकास विभाग को पत्र भेजा है।
यह भी पढे़ं : Lok Sabha Election 2024: हरियाणा के नए CM नायब सिंह सैनी के सामने क्या हैं 5 बड़ी चुनौतियां
पार्षदों ने अधिकारी के खिलाफ किया हंगामा
उन्होंने पत्र के जरिए आरोप लगाया कि मुख्य कर निर्धारण अधिकारी राजेश कुमार सोनकर ने महापौर अर्चना वर्मा के खिलाफ अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया। अधिकारी यहीं नहीं रुका, बल्कि महापौर के सवालों का जवाब देने के बजाए अधिकारी बैठक छोड़कर चले गए। बैठक में मौजूद पार्षदों ने अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और काफी हंगामा किया। प्रमुख सचिव नगर विकास विभाग को लिखे पत्र में पार्षदों ने अधिकारी पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।