Meerut Crime News: कोविड काल में मदद के बहाने जबरन धर्मांतरण का आरोप, पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ की ये कार्रवाई
Meerut Crime News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मेरठ (Meerut) जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ जबरन धर्मांतरण का मुकदमा दर्ज किया है। शिकायत करने वालों का आरोप है कि कोविड काल में कुछ लोगों ने उनकी मदद की थी।
इस दौरान जबरन धर्मांतरण के लिए कहा गया। अब वह दिवाली मना रहे थे तो आरोपियों ने उनके घर में घुसकर मारपीट की। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है। पीड़ित झुग्गियों में रहने वाले लोग हैं।
मदद के नाम पर धर्मांतरण करने को कहा
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक मेरठ में कुछ लोगों को दूसरा धर्म अपनाने के लिए मजबूर करने और उन्हें पुलिस केस की धमकी देने के आरोप में यूपी के गैरकानूनी धर्म परिवर्तन निषेध अधिनियम के तहत 9 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप लगा है कि लॉकडाउन के दौरान उनकी मदद करने के बहाने उन्हें एक धर्मस्थल में जाने के लिए दुष्प्रेरित किया गया था।
FIR lodged against 9 people u/s of UP Prohibition of Unlawful Conversion of Religion Act for allegedly forcing a few people in Meerut to convert to Christianity&threatening them against going to Police.FIR states accused helped them during lockdown&encouraged them to visit Church
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 29, 2022
लॉकडाउन के दौरान की थी मदद
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को मेरठ के एक स्थानीय नेता के साथ शिकायतकर्ताओं ने कथित रूप से जबरन धर्मांतरण का मुकदमा दर्ज कराया है। पीड़ित झुग्गियों में रहने वाले गरीब लोग हैं। पुलिस को दी तहरीर में कहा गया है कि पिछले दिनों देशभर में लगे कोविड लॉकडाउन के दौरान सभी अपने घरों में कैद थे। सभी के काम-धंधे बंद थे। इसी दौरान पास की इमारतों में रहने वाले लोग उनकी मदद के लिए पहुंचे।
विशेष धर्म स्थल में जाकर प्रार्थना करने को कहा
उन्होंने घर चलाने के लिए उनकी मदद की। साथ ही उन्हें एक विशेष धर्म स्थल में जाकर प्रार्थना करने के लिए मजबूर किया गया। इसके अलावा लोगों ने बताया कि वह पिछले दिनों अपनी झुग्गियों में दिवाली मना रहे थे। आरोप है कि ये मदद करने और धर्मांतरण के लिए जबरदस्ती करने वाले लोग वहां पहुंचे।
देवी-देवताओं की तस्वीरें फाड़ीं, धमकी दी
गैरकानूनी तरीके से उनकी झुग्गियों में घुस गए। देवी-देवताओं की तस्वीरें फाड़ दीं। आरोप है कि उन्हें दिवाली मनाने से रोका गया। चाकू और रॉड दिखाए। साथ ही दो लाख रुपये देने की भी धमकी दी। जब उन्होंने पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई।