वाराणसी में पत्नी-3 बच्चों का कातिल पति नहीं तो कौन? 5वां मर्डर होते ही पलटा केस
Varanasi Mass Murder Inside Story: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भीषण नरसंहार हुआ है। सोमवार को भदैनी इलाके में एक घर से महिला और उसके 3 बच्चों की लाशें मिलीं। चारों को गोलियां मारी गई थीं। पुलिस ने शवों को बरामद किया, लेकिन महिला के पति का सुराग नहीं लगा। पुलिस ने उसे फरार मान लिया और प्राथमिक जानकारी सामने आई कि फरार शख्स ने तांत्रिक के चक्कर में फंसकर पत्नी और 3 बच्चों की हत्या कर दी। पुलिस फरार पति की तलाश में जुट गई, लेकिन केस पूरी तरह पलट गया, जब उस शख्स की भी लाश मिल गई, जिसे पुलिस फरार समझ रही थी।
वहीं उसकी लाश जिस हालत में मिली, वह भी हत्या लग रही है, जबकि पुलिस को शक हुआ कि 4 हत्याएं करने के बाद सुसाइड की गई, लेकिन जांच में मामला कुछ और निकला। अब पुलिस के अनुसार, पांचों लोगों की हत्या हुई है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर हत्याएं किसने की और क्यों की? पुलिस कड़ी से कड़ी जोड़कर इस सवाल का जवाब तलाशने की कोशिश कर रही है। वाराणसी SP मोहित अग्रवाल, DCP काशी और DCP वरुणा के नेतृत्व में 5 टीमें केस को सुलझाने में जुटी हैं।
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कौन हैं मृतक और कैसे की गईं हत्याएं?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मृतकों की पहचान 45 वर्षीय राजेंद्र गुप्ता, उसकी 42 साल की पत्नी नीतू गुप्ता, बड़े बेटे 20 वर्षीय नवनेंद्र, 16 साल की बेटी गौरांगी और 15 साल के बेटे सुबेंद्र के रूप में हुई। पत्नी और तीनों बच्चों की लाशें भदैनी स्थित मकान में मिलीं। राजेंद्र गुप्ता की लाश रोहनिया स्थित उसके मकान में अर्धनग्न हालत में मिली। नवनेंद्र बेंगलुरु में मल्टीनेशनल कंपनी में बतौर इंजीनियर काम करता था। सुबेंद्र और गौरांगी दिल्ली पब्लिक स्कूल में पढ़ते थे। पांचों की हत्या गोली मारकर की गई। 4 लोगों को सिर-सीने में गोलियां मारी गईं।
एक को 3 गोलियां मारी गईं। राजेंद्र की हत्या हुई, पुलिस ऐसा इसलिए कह रही, क्योंकि पुलिस को लगता है कि सुसाइड करने वाला शख्स खुद को 2 गोलियां नहीं मार सकता। हालांकि पुलिस को वारदात में इस्तेमाल हथियार मौके पर नहीं मिला, लेकिन फोरेंसिक टीम को वारदातस्थल से 3 लोगों के फिंगर प्रिंट मिले हैं, जो मारे गए पांचों लोगों में से किसी के नहीं हैं। पोस्टमार्टम में पांचों शवों से 7.62MM की बुलेट मिली हैं। वारदातस्थल से 13 खोल बरामद हुए हैं। पांचों को बहुत करीब से गोलियां मारी गई हैं।
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पुलिस को दुश्मनी में नरसंहार का शक
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस सूत्रों से जानकारी मिली है कि पुलिस को पारिवारिक दुश्मनी में नरसंहार होने का शक है। क्योंकि रिकॉर्ड तलाशने पर पता चला है कि प्रॉपर्टी विवाद में राजेंद्र गुप्ता पर अपने पिता, भाई कृष्णा गुप्ता और एक सिक्योरिटी गार्ड की हत्या करने का आरोप है। पुलिस का शक कृष्णा गुप्ता के दोनों बेटों जुगनू और विक्की पर है, क्योंकि वारदात वाली रात दोनों को राजेंद्र गुप्ता के घर के पास देखा गया था।
पुलिस ने शक के आधार पर दोनों को तलब भी किया। जुगून मंगलवार रात को पूछताछ के लिए थाने पहुंच गया था और विक्की का फोन बंद आ रहा है। उसकी लोकेशन अहमदाबाद में मिली है। दोनों वारदातस्थलों के बीच लगे CCTV कैमरे पुलिस खंगाल रही है। पुलिस को शक है कि जुगनू-विक्की ने सुपारी देकर परिवार की हत्या कराई है। 27 साल पहले हुए हत्याकांड का बदला लिया गया है।
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