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कौन थे ठाकुर सर्वेश सिंह? 5 बार के विधायक, सांसद और सफल कारोबारी

Who was Kunwar Sarvesh kumar singh: कुंवर सर्वेश सिंह का जन्म 22 दिसंबर 1952 को उत्तर प्रदेश के रतुपुरा गांव में हुआ था। वे यूपी की ठाकुरद्वारा विधानसभा सीट से पांच बार विधायक रहे थे।
09:46 PM Apr 20, 2024 IST | Amit Kasana
कौन थे ठाकुर सर्वेश सिंह  5 बार के विधायक  सांसद और सफल कारोबारी
कुंवर सर्वेश सिंह

Who was Kunwar Sarvesh kumar singh: BJP के मुरादाबाद सीट से लोकसभा उम्मीदवार कुंवर सर्वेश सिंह का शनिवार 20 अप्रैल को हार्ट अटैक से निधन हो गया है। वे 72 वर्ष के थे और 19 अप्रैल को उनकी सीट पर वोटिंग हुई थी। बताया जा रहा है कि लंबे समय से उनकी तबीयत खराब चल रही थी और मतदान के बाद ही उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था।

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यूपी में हुआ था जन्म और शिक्षा

कुंवर सर्वेश सिंह का जन्म 22 दिसंबर 1952 को उत्तर प्रदेश के रतुपुरा गांव में हुआ था। यहां उनकी एक पुश्तैनी हवेली आज भी मौजूद है। उनकी प्राथमिक शिक्षा उत्तर प्रदेश में ही हुई थी और उन्होंने अपने राजनीतिक कार्यकाल में कई स्कूल और कॉलेजों की नींव रखी, उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में काम करने के लिए जाना जाता है।

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पांच बार बने विधायक, इलाके में थी मजबूत पकड़

पेशे से कारोबारी सर्वेश सिंह ने कम उम्र में ही राजनीति में कदम रख लिया था। धीरे-धीरे उनका कद बड़ा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेताओं में उनकी गिनती होने लगी। उन्होंने साल 1991 से 2007 और 2012 से 2014 तक यूपी की ठाकुरद्वारा विधानसभा सीट से चुनाव जीता था और पांच बार विधायक रहे थे। बताया जा रहा है कि चुनाव प्रचार के दौरान कई बार उनकी तबीयत खराब हुई थी। परिजनों के कहने के बावजूद वे अस्पताल में भर्ती नहीं हुए थे।

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बेटा विधायक, बाहुबली नेताओं में गिनती

कुंवर सर्वेश कुमार की उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेताओं में गिनती होती थी। यूपी के ठाकुर समुदाय में उनकी मजबूत पकड़ थी। वे 21 मई 2014 से 23 मई 2019 तक मुरादाबाद लोकसभा सीट से सांसद रहे थे। सर्वेश सिंह के बेट कुंवर सुशांत सिंह वर्तमान में बरहापुर विधानसभा से बीजेपी की टिकट से विधायक हैं।

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ये भी जानें

चुनाव आयोग को दिए हलफनामे के मुताबिक उनके पास कुल 16 करोड़ रुपये की चल अचल संपत्ति थी। उनके पिता के ट्रस्ट (बाबू रामपाल सिंह ट्रस्ट) के पास ठाकुरद्वारा, काशीपुर और मुरादाबाद में कई कॉलेजों, स्कूलों और खेती की जमीन है।

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