Kaalchakra: योगिनी दशाओं का 12 राशियों पर कब और कैसे पड़ता है प्रभाव? जानें पंडित सुरेश पांडेय से
पंडित सुरेश पांडेय (Kaalchakra News24 Today): पौराणिक शास्त्र में करीब 64 योगिनियों का वर्णन किया गया है, जिनमें से अष्ट योगिनियों का विशेष महत्व है। इसके अलावा ज्योतिष शास्त्र में योगिनी दशा का भी उल्लेख किया गया है, जो 36 वर्ष की होती है। आसान भाषा में योगिनी दशा को भाग्य भी कहा जाता है। सनातन धर्म के लोगों के लिए भाग्य, किस्मत और लक आदि का अपना अलग महत्व है। कुछ लोगों का योगिनी दशा यानी भाग्य से मिल रहे सहयोग की वजह से बड़े से बड़ा काम मिनटों में हो जाता है। वहीं कुछ लोगों को कई साल के लंबे संघर्ष के बाद उसमें सफलता मिलती है।
आज के कालचक्र में पंडित सुरेश पांडेय आपको योगिनी दशाओं के अच्छे और बुरे दोनों प्रभावों के बारे में विस्तार से बताएंगे। अगर आप भी जानना चाहते हैं कि आपकी कुंडली में योगिनी दशा की स्थिति अच्छी है या बुरी, तो इसके लिए ये वीडियो जरूर देखें।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष मान्यताओं पर आधारित हैं और केवल जानकारी के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।