15000 फीट ऊंचाई, आग का गोला बना जहाज, जमीन से टकराकर टुकड़े-टुकड़े हुआ, जिंदा जल गए 129 लोग
China Boeing 767 Plane Crash Memoir: 16 हजार फीट की ऊंचाई पर करीब 300 मील प्रति घंटे की रफ्तार से जहाज उड़ रहा था, अचानक जहाज स्पीड से नीचे की तरफ आया। पहले पेड़ से और फिर जमीन से टकराकर उछला, जोरदार धमाका हुआ, भीषण आग लगी और जहाज हवा में ही टुकड़े-टुकड़े होकर बिखर गया। इतना जोरदार धमाका हुआ कि आस-पास रहने वाले लोग हिल गए। लोग दौड़े आए और बचाव अभियान चलाया गया, लेकिन प्लेन में लगी भीषण आग में जिंदा जलकर करीब 129 लोग मर गए थे।
लाशें ग्रामीणों ने इधर उधर बिखरी देखीं। जिन घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया, उनकी हालत भी काफी खराब थी। वे अपने अंग खो चुके थे। आज से 22 साल पहले 15 अप्रैल 2022 को हुए हादसे की यादें आज भी उनके जेहन में ताजा हैं। वहीं साल 2005 में पेश की गई जांच रिपोर्ट में पायलट और बुसान के गिम्हे एयरपोर्ट के ATC अधिकारियों को गलत ठहराया गया। साउथ कोरिया के इतिहास का सबसे घातक हादसा माना गया।
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#OTD in 2002: Air China Flight 129, a B-767, crashes in Busan (S. Korea) 129 of 166 aboard die, worst air disaster in the country. On approach, jet impacted a hill near airport in CFIT. Report noted crew actions, such as disregard of SOP, poor CRM, loss of situational awareness.… pic.twitter.com/kn5J6BaFsq
— Air Safety #OTD by Francisco Cunha (@OnDisasters) April 14, 2024
कैसे हुआ हादसा और कितने पैसेंजर्स थे?
एयर चाइना एयरलाइंस ने बोइंग 676 प्लेन ने 15 अप्रैल की सुबह करीब साढ़े 8 बजे चीन के बीजिंग एयरपोर्ट से बुसान के गिम्हे एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरी थी। करीब 2 घंटे बाद अचानक बारिश होने लगी और गिम्हे पहुंचते-पहुंचते घनी धुंध छा गई। जहाज को रनवे 36 पर लैंड करना था, लेकिन धुंध के कारण रनवे नजर नहीं आया। पायलट ने जहाज का रूख मोड़ा तो टेक्निकल प्रॉब्लम और दबाव के कारण जहाज के इंजन में आग लग गई।
आग की ऊंची-ऊंची और विकाराल लपटें उठने लगीं। इस बीच करीब 300 मील की रफ्तार से जहाज तेजी से नीचे आया। उसका दायां विंग पेड़ से टकराया, जहां का आगे का हिस्सा जमीन से टकराकर टुकड़ों में बंट गया। दोनों विंग, इंजन सब कुछ अलग-अलग होकर बिखर गए थे। हादसे में कैप्टन समेत 37 लोग बचे थे, जो जान बचाने को चिल्ला रहे थे, लेकिन आग इतनी भीषण थी कि जहाज को दोनों विंग पिघल गए थे।
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🗓 | 𝗢𝗻 𝗧𝗵𝗶𝘀 𝗗𝗮𝘆 (𝟮𝟬𝟬𝟮): Air China Flight 129 crashes into a hill in poor visibility while landing at Gimhae, Busan, South Korea, 129 of the 166 on board die. Pilot error was the main factor with the crew inadvertently flying below the minimum safe altitude. pic.twitter.com/WiOaggwmkE
— Air Crash Investigation (@AirCrash_) April 15, 2023
हादसे में बचे लोगों ने सुनाई आपबीती
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फ्लाइट में कुल 166 लोग सवार थे, जिसमें से 11 क्रू मेंबर्स थे और 155 पैसेंजर्स थे। इनमें 3 से 9 साल की उम्र के 5 बच्चे भी थे। 166 में से कुल 129 लोग मारे गए थे और 37 जिंदा बचे थे। 155 यात्रियों में से 135 दक्षिण कोरिया से, 19 चीन से थे और एक उज्बेकिस्तान का पैसेंजर था। सभी 11 क्रू मेंबर्स चीन के थे, लेकिन हादसे में जिंदा बचे लोगों ने मीडिया कर्मियों को जो आपबीती सुनाई, उससे उनका दिल दहल गया था।
पैसेंजर्स ने बताया कि जब जहाज तेजी से मुंह के बल जमीन से टकराया तो जोरदार झटका लगा। सीट बेल्ट टूटने से सभी इधर उधर एक दूसरे के ऊपर गिरने लगे। कुछ पैसेंजर बेहोश हो गए थे। आग के कारण सांस घुटने लगी थी। लोग सामान के नीचे कुचले गए। एक शख्स ने किसी तरह दरवाजा खोला और घायल लोग रेंगते हुए जहाज से नीचे उतरे और जान बचाई।
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