52 लोगों की हत्याओं का दोषी आतंकी रिहा, 2005 में 3 साथियों के साथ मिलकर किए थे बम विस्फोट
London Bomb Blast 2005: 7 जुलाई 2005 को ब्रिटेन की राजधानी लंदन में सिलेसिलेवार तरीके से बम विस्फोट हुए। इस हमले में 52 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 800 से अधिक घायल हो गए थे। यह ब्रिटेन के इतिहास का दूसरा बड़ा आतंकी हमला था। अब ब्रिटेन सरकार ने बम विस्फोटों में सैकड़ों लोगों की हत्या की साजिश रचने वाले आतंकी मनफु असीदु को रिहा कर दिया। उसे कोर्ट ने 33 साल की सजा सुनाई थी लेकिन आधी सजा काटने के बाद उसे सरकार ने बरी कर दिया। इतना ही नहीं उसे उसके देश घाना निर्वासित कर दिया।
आतंकी असीदु ने सुरक्षाबलों के ऑपरेशन से बचने के लिए हमले के 2 सप्ताह बाद बम को पश्चिमी लंदन के एक पार्क में फेंक दिया था। हालांकि सुरक्षाबलों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे पकड़ लिया। उसने कोर्ट में विस्फोटों की साजिश रचने की बात स्वीकार की और 2007 में उसे कोर्ट ने 33 साल जेल की सजा सुनाई।
फर्जी पासपोर्ट बनाकर ब्रिटेन आया था असीदु
बता दें आतंकी असीदु 2003 में फर्जी पासपोर्ट के जरिए ब्रिटेन में घुस आया था। बम विस्फोट के दोषी आतंकी को समय से पहले रिहा किए जाने पर टोरी सांसद मार्क फ्रेंकोइस ने कहा कि 7 जुलाई 2005 को जिस प्रकार हमारे लोगों पर कायराना हमला हुआ वह बहुत दुखद था। बम विस्फोट की साजिश में शामिल आतंकी को समय से पहले रिहा कर दिया जाना किसी भी तरह से ठीक नहीं कहा जा सकता।
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पूर्व मंत्री ने की सरकार की आलोचना
वहीं ब्रिटेन सरकार में पूर्व मंत्री सर एलेक शेलब्रुक ने कहा कि मैं नहीं मानता कि आतंकी हमले की साजिश में शामिल व्यक्ति को समय से पहले रिहा किया जाना चाहिए। असीदु को बम बनाने के लिए 443 लीटर हाइड्रोजन पेरोक्साइड खरीदने का काम सौंपा गया था। इस मामले में ब्रिटेन के गृह मंत्रालय ने कहा कि वह इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता है।
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