दुनिया के सबसे खतरनाक देश में अचानक बढ़े पर्यटक! Security Warnings भी नहीं रोक पा रहीं Tourists का रास्ता
Global Peace Index Data: हाल ही में ग्लोबल पीस इंडेक्स डाटा जारी होने के बाद अफगानिस्तान को सबसे असुरक्षित और खतरनाक देश माना गया था। लेकिन ये देश अब पर्यटकों की बढ़ रही तादाद को लेकर चर्चा में है। क्योंकि कुछ दिन पहले ही अफगानिस्तान ने वैश्विक शांति के हिसाब से सबसे कम नंबर लेकर दुनिया की ओर अपना ध्यान खींचा था। इस देश में राजनीतिक हिंसा और सामाजिक अशांति को लेकर कई देशों ने चिंता जताई थी। हिंसा और छोटे अपराध के कारण कई देशों ने इसे सुरक्षा के लिहाज से हाई लेवल वॉर्निंग अपने नागरिकों के लिए जारी की थी। लेकिन इसके बाद भी यहां पर्यटकों की तादाद में जबरदस्त इजाफा देखने को मिल रहा है। 2021 में यहां सिर्फ 691 विदेशी पर्यटक नोट किए गए थे। 2022 में 2300 और 2023 में ये आंकड़ा 7 हजार को पार कर चुका है।
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टूरिस्ट अधिक आने का कारण दुबई जैसे सेंटर्स के साथ फ्लाइट कनेक्टिविटी बढ़ने को भी माना जा रहा है। हो सकता है ये डाटा किसी को सही नहीं लगे, लेकिन अफगानिस्तान ये दावा कर रहा है। चौंकाने वाली बात है कि यहां जाने वाले अधिकतर लोग चीनी हैं। ब्रिटेन ने अपने नागरिकों को सलाह दी है कि वे अफगानिस्तान की यात्रा से बचें। सेफ्टी के हिसाब से यह सही नहीं है। यहां आप जाते हैं, तो आपको गिरफ्तार किया जा सकता है। आपको बेवजह लंबे समय तक जेल में रखा जा सकता है। एफसीडीओ आपकी मदद करने में बेहद कम सक्षम है। अफगानिस्तान में महिलाओं के लिए ड्रेस कोड लागू है। वे बिना पुरुष ट्रैवल नहीं कर सकती हैं। यहां पर्यटकों के लिए वीजा नियम आसान नहीं हैं।
कई देशों से पूरी तरह कट चुका अफगानिस्तान
तालिबान जब से सत्ता में लौटा है, बहुत से देश ऐसे हैं, जो इससे संबंध तोड़ चुके हैं। काबुल से कई अंतरराष्ट्रीय फ्लाइटें अब जा रही हैं। लेकिन कोई सीधी फ्लाइट भारत, यूरोप, चीन के लिए नहीं है। सबसे अधिक पर्यटक यहीं से होते हैं। कई देश सीधे फ्लाइट सेवा शुरू करने को लेकर अफगानिस्तान से कटे हैं। अफगानिस्तान में फिलहाल सड़कों की हालत बेहद खराब है। काबुल में पर्यटन निदेशालय के प्रमुख के पद पर मोहम्मद सईद काबिज हैं। जिनको तालिबान के बड़े नेताओं का समर्थन प्राप्त है। उनकी सोच अफगानिस्तान को पर्यटन महाशक्ति बनाने की है। जिसके लिए लगातार यहां पेशेवरों को ट्रेनिंग दी जा रही है। ताकि वे टूरिस्टों को अपनी ओर लुभा सकें। गौरतलब है कि तालिबान के सत्ता में आने के बाद महिलाओं के लिए जिम बंद कर दिए गए हैं। ब्यूटी सैलूनों पर प्रतिबंध है। महिलाओं के घर से बाहर निकलने की आजादी नहीं है।