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भारत में हो सकता है कनाडा से चोरी हुआ 184 करोड़ का सोना! जांच में क्या-क्या आया सामने?

Canada Gold Theft Case: कनाडा के इतिहास में पिछले साल सबसे बड़ी गोल्ड चोरी हुई थी। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन अभी तक चोरी सोना रिकवर नहीं हो सका है। सोने की लगभग 6600 बार चुराई गई थीं। पुलिस का मानना है कि ये सोना भारत में हो सकता है।
06:50 PM Jul 07, 2024 IST | Parmod chaudhary
भारत में हो सकता है कनाडा से चोरी हुआ 184 करोड़ का सोना  जांच में क्या क्या आया सामने
Gold की नहीं हो सकी रिकवरी।

Canada Crime News: कनाडा के इतिहास में सोना चोरी की सबसे बड़ी वारदात पिछले साल हुई थी। पुलिस अभी तक गोल्ड को रिकवर नहीं कर सकी है। 9 आरोपियों के खिलाफ सोना चोरी के आरोप लगे थे। आरोपियों ने 17 अप्रैल को टोरंटो के पियर्सन एयरपोर्ट पर वारदात को अंजाम दिया गया था। एयर कनाडा कार्गो टर्मिनल से 6600 सोने की बार चोरी की गई थीं। जिसको अभी तक रिकवर नहीं किया जा सका है। पुलिस पुलिस सेवा बोर्ड की 21 जून को हुई बैठक में इसकी जानकारी दी गई है। जिसका विवरण अब कनाडा की मीडिया ने भी जारी किया है। कनाडा के इतिहास में इसे सबसे बड़ी चोरी माना गया है। चोरी सोने की कीमत 30 मिलियन कनाडाई डॉलर (लगभग 184 करोड़ रुपये) बताई गई है।

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पील पुलिस ने आशंका जताई है कि हो सकता है कि आरोपियों ने भारत में सोना छिपाया हो। पील क्षेत्रीय पुलिस के मुख्य जांचकर्ता डिटेक्टिव सार्जेंट माइक मैविटी ने इस संबंध में बयान जारी किया है। उन्होंने आशंका जताई कि जहां सोने की अधिक भरमार है, उन देशों में आरोपी सोना छिपा सकते हैं। भारत और दुबई की ओर उन्होंने इशारा किया। मैविटी ने कहा कि इन देशों में सीरियल नंबर वाला सोना ले जाया जा सकता है। जहां खरीदारों की कमी नहीं है। पैसे देकर इसे वहां आसानी से पिघलवाया जा सकता है।

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मास्टरमाइंड भारतीय मूल का, इस साल आया था हाथ

घटना के तुरंत बाद इसे कनाडा से बाहर ले जाया गया है। बता दें कि 17 अप्रैल 2023 को दोपहर 3 बजकर 56 मिनट पर एक फ्लाइट स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख से आई थी। पियर्सन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर फ्लाइट से शुद्ध सोने की 66 बार उतारी गई थीं। जिनका वजन लगभग 4 क्विंटल था। इस सोने को तुरंत एयर कनाडा कार्गो टर्मिनल में ले जाया गया था। लेकिन 18 अप्रैल 2023 को अलसुबह लगभग 3 बजे वहां से गायब पाया गया। जिसके बाद वहां काम करने वाले भारतीय मूल के ब्रैम्पटन निवासी 54 साल के परमपाल सिंह सिद्धू पर शक हुआ। जो मौके से गायब मिला था।

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उसे इस साल मई में अरेस्ट किया गया था। उस दौरान 31 साल की सिमरन प्रीत पनेसर से पूछताछ की गई थी। जो गोदाम में मैनेजर के तौर पर काम करती थी। डकैती के बाद उसने इस्तीफा दे दिया था। माना जा रहा है कि वह बेल लेने के बाद विदेश में कहीं छिपी है। सिद्धू का एक दोस्त 36 वर्षीय अर्चित ग्रोवर भी कनाडा एयरपोर्ट से पकड़ा गया था। जो भारत से लौटा था। उसकी भूमिका भी संदिग्ध मिली थी।

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वहीं, इस साल 17 अप्रैल तक इस चोरी में 9 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है। जिनके खिलाफ 19 से अधिक संगीन आरोपों में केस दर्ज किया गया है। इनमें मास्टमाइंड सिद्धू, जॉर्जटाउन के 43 वर्षीय अम्माद चौधरी, ओकविले के 40 वर्षीय अमित जलोटा, ब्रैम्पटन के 35 वर्षीय प्रसाद परमलिंगम और टोरंटो के 37 वर्षीय अली रजा शामिल हैं। मिसिसॉगा के 42 वर्षीय अरसलान चौधरी, पनेसर, ग्रोवर के लिए कनाडा में अरेस्ट वारंट निकाले गए थे। ब्रैम्पटन का 25 वर्षीय डुरंटे किंग मैकलीन भी मामले में आरोपी है। जो फिलहाल संयुक्त राज्य अमेरिका में किसी मामले में जेल में बंद है।

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