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US: स्पेशल कबाब खाना पड़ गया भारी, परिवार के 6 सदस्यों के दिमाग में पड़ गए कीड़े!

Centers For Disease Control And Prevention: अमेरिका में एक परिवार को अजीब बीमारी का सामना करना पड़ा। परिवार के 6 लोगों ने भालू का अधपका मांस खाया था। जिसके बाद सभी लोगों के मस्तिष्क में दिक्कत हुई। परिवार के लोगों को कई बार अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। जिसके बाद ही बीमारी ठीक हुई।
04:30 PM May 25, 2024 IST | Parmod chaudhary
us  स्पेशल कबाब खाना पड़ गया भारी  परिवार के 6 सदस्यों के दिमाग में पड़ गए कीड़े
भालू के मीट से फैली बीमारी।

Brain Worm: भालू का अधपका मांस खाने के कारण अमेरिका में एक परिवार के 6 लोग बीमार हो गए थे। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) की रिपोर्ट अब इस मामले में आई है। जिसमें बताया गया है कि सभी लोगों के मस्तिष्क में कीड़े पैदा हो गए थे। मिनेसोटा स्वास्थ्य विभाग को 2022 में सबसे पहले एक आदमी में लक्षण होने की बात पता लगी थी। 29 साल का ये आदमी लगातार बुखार, मांसपेशियों में दर्द और आंखों के पास सूजन आदि समस्याओं से ग्रस्त था। जिसको काफी कम समय में ही इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जिसके बाद पता लगा कि इसने फैमिली के साथ साउथ डकोट में एक समारोह में शिरकत की थी। यहां उत्तरी सस्केचेवान से पकड़े गए भालू के मांस से बने कबाब इस परिवार ने खाए थे।

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सीडीसी की रिपोर्ट में बताया गया है कि मांस पूरी तरह पिघला नहीं था। इससे पहले ही इसे डीप फ्रीजर में रखा गया था। शुरू में परिवार ने कुछ मांस खाया, लेकिन बाद में पता लगा कि यह पूरी तरह पका हुआ नहीं है। जिसके बाद दोबारा पकाया गया और 6 लोगों ने इसे खाया। 29 साल के व्यक्ति में ट्राइचिनेलोसिस नामक एक दुर्लभ प्रकार के राउंडवॉर्म के लक्षण डॉक्टरों को मिले थे। यह बीमारी जंगली जानवरों का मांस खाने से होती है। बाद में इसके कीड़े मस्तिष्क तक पहुंच गए।

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क्या कहते हैं चिकित्सक

डॉ. सेलीन गौंडर ने बताया कि अगर सिरदर्द, उल्टी, मतली और दौरों की शिकायत है, तो ब्रेन वॉर्म हो सकता है। हो सकता है कि इस बीमारी का लक्षण दिखे भी नहीं। यह बीमारी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को इफेक्ट करती है। जिनको कैल्सीफाइड शेल में बदल देती है। मांस को कम से कम 165 डिग्री फारेनहाइट पर पकाया जाए, तो इस बीमारी की आशंका नहीं होती। अन्य खाद्य पदार्थों से भी ये बीमारी हो सकती है। जिसके इलाज के लिए एल्बेंडाजोल नामक दवा कारगर है। जिससे कीड़ों को नष्ट किया जाता है।

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