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200 देश थे चीनी शख्स के निशाने पर, पकड़ा गया सबसे बड़ा साइबर क्राइम बॉटनेट चलाने का आरोपी

Chinese Man Arrested In Cybercrime Case: चीन के एक शख्स को साइबर क्राइम गिरोह चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वह कंप्यूटर्स को हैक कर अपराधियों को जानकारी बेचता था। बताया जा रहा है कि उसने करीब 200 देशों में बड़ी संख्या में कंप्यूटर हैक किए थे और उनका डाटा उसने साइबर क्रिमिनल्स को बेचा। पढ़िए पूरा मामला।
08:20 PM May 30, 2024 IST | Gaurav Pandey
Representative Image (Freepik)
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Cybercrime: एक अंतरराष्ट्रीय कानून प्रवर्तन एजेंसी ने एन चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया है और एक बड़े साइबर क्राइम बॉटनेट का खुलासा किया है। अधिकारियों का कहना है कि यह बॉटनेट पिछले करीब एक दशक से चल रहा था। एक अनुमान के अनुसार इस शख्स ने इस बॉटनेट के जरिए अपराधियों को एक्सेस बेच कर कम से कम 99 मिलियन डॉलर का फायदा कमाया। अपराधियों ने इन जानकारियों का इस्तेमाल चोरी, बाल शोषण, फाइनेंशियल फ्रॉड जैसी वारदातों को अंजाम दिया।

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अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ने एफबीआई के डायरेक्टर क्रिस्टोफर रे के हवाले से कहा कि 911 S5 बॉटनेट शायद दुनिया का सबसे बड़ा साइबर क्राइम बॉटनेट था। यह मालवेयर का एक नेटवर्क है जिसने करीब 200 देशों में कंप्यूटर्स को इंफेक्ट किया था। गिरफ्तार किए गए शख्स की पहचान युन्हे वांग के रूप में हुई है और उसकी उम्र 35 साल बताई जा रही है। वांग को 24 मई को सिंगापुर में गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा अधिकारियों ने बड़ी मात्रा में क्रिप्टोकरेंसी भी जब्त की है।

1.9 करोड़ कंप्यूटर्स का डाटा चुराया

रिपोर्ट्स के अनुसार साइबर ऑपरेशंस के लिए एफबीआई के डिप्टी असिस्टेंट ब्रेट लेदरमैन ने कहा कि वांग के खिळाफ थाईलैंड में सर्च वारंट भी जारी किए गए थे। अधिकारियों ने 32 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत की क्रिप्टोकरेंसी जब्त की है।अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने वांग की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए कहा कि वांग ने इस बॉटनेट के जरिए 1.9 करोड़ विंडोज कंप्यूटर हैक किए थे इनमें से केवल अमेरिका में ही 6 लाख 13 हजार कंप्यूटर थे। रिपोर्ट्स के अनुसार उसने इनका एक्सेस कई अपराधियों को बेचा।

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जिन अपराधियों ने वांग से जॉम्बी नेटवर्क के जरिए एक्सेस खरीदे उन्होंने राहत कार्यक्रमों में फर्जीवाड़ा करके अरबों की राशि गायब कर दी। अधिकारियों के अनुमान के अनुसार कंप्रोमाइज्ड आईपी एड्रेसेज से लगभग 5 लाख 60 हजार फर्जी बेरोजगारी बीमा के दावे किए गए। वांग कथित तौर पर 150 सर्वर्स के जरिए बॉटनेट को मैनेज करता था। इनमें से लगभग आधे सर्वर अमेरिकाी बेस्ड ऑनलाइन सर्विस प्रोवाइडर्स के थे। उसने इससे हुई कमाई से अमेरिका और चीन समेत कई देशों में संपत्तियां खरीदीं।

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