'हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करो', चटगांव हिंसा के बाद भारत की बांग्लादेश सरकार को दो टूक
Chittagong Violence: बांग्लादेश के चटगांव में हिंदुओं और दूसरे अल्पसंख्यकों के खिलाफ भड़की हिंसा के बाद अब भारतीय विदेश मंत्रालय का बयान सामने आया है। विदेश मंत्रालय ने मामले में बांग्लादेश सरकार को कड़े कदम उठाने को कहा है। विदेश मंत्रालय ने हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी बांग्लादेश सरकार से बातचीत की है। भारत ने चटगांव में आगजनी की घटना को चिंताजनक बताया है। सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए चटगांव में 5 नवंबर को हिंसा भड़की थी। सांप्रदायिक तनाव के कारण सुरक्षा बलों ने हिंदुओं के खिलाफ ही एकतरफा कार्रवाई शुरू कर दी थी। सबसे पहले हजारी गली इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैला था। यहां एक कट्टरपंथी इस्लामी ग्रुप सक्रिय है, जिसे जमात-ए-इस्लामी के नाम से जाना जाता है।
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इसके सदस्य उस्मान अली ने हिंदू धर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद अली ने इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (ISKCON) के खिलाफ भी अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया था। यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद तनाव फैल गया था। हिंदू धर्म से जुड़े लोग अली की दुकान के बाहर इकट्ठा हो गए थे। जब विरोध शुरू हुआ तो दूसरे समुदाय के लोग भी भड़क गए। जिसके बाद दोनों समुदायों के बीच झड़पें शुरू हो गईं। वहीं, सरकार ने सेना और दूसरी एजेंसियों को हिंसा पर काबू पाने का जिम्मा सौंपा था। जिसके बाद हिंदू लोगों के खिलाफ ही सेना ने एकतरफा कार्रवाई शुरू कर दी।
India has urged govt of Bangladesh to take strong measures to ensure safety of Hindus: MEA on incidents of arson in Chittagong
— Press Trust of India (@PTI_News) November 7, 2024
पुलिस पर तेजाब से हमला
चटगांव मेट्रोपॉलिटन पुलिस के अनुसार अब तक 582 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। वहीं, 49 लोगों को अरेस्ट भी कर लिया गया है। हिंसा पर काबू पाने में सेना को भारी विरोध का सामना करना पड़ा है। पुलिस पर प्रदर्शनकारियों ने ईंटों और तेजाब से हमला किया है। एक पुलिस अधिकारी झुलस गया है। वहीं, 9 अन्य अधिकारी घायल हुए हैं। हिंदू नेताओं का आरोप है कि सेना उनके खिलाफ एकतरफा कार्रवाई कर रही है। समुदाय विशेष के लोगों ने भी उनको निशाना बनाया है। अब भारतीय विदेश मंत्रालय ने मामले में हस्तक्षेप किया है।
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