भूकंप के झटकों से हिली धरती, फिलीपींस में आया 5.6 की तीव्रता वाला Earthquake
Earthquake in Philippines: धरती आज फिर भूकंप के झटकों से हिल गई। आज फिलीपींस में भूकंप आया। देश के लूजोन शहर में भूकंप के झटके लगने से दहशत फैल गई। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.6 रही। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) ने भूकंप की पुष्टि की और बताया कि सोमवार सुबह फिलीपींस के लुजोन में 5.6 तीव्रता का भूकंप आया। इस भूकंप का केंद्र धरती के नीचे 10 किलोमीटर (6.2 मील) दूर की गहराई पर था।
फिलीपीन की भूकंप विज्ञान एजेंसी फिवोल्क्स ने बताया कि भूकंप इलोकोस प्रांत के उत्तरी शहर बांगुई में आया। हालांकि इस भूकंप से किसी तरह के जान माल के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन इतनी तीव्रता वाले भूकंप के कारण आगे और बड़े झटके लगने की संभावना है। फिलीपींस में भूकंप आना आम बात है, क्योंकि यह देश प्रशांत महासागर के रिंग ऑफ फायर में स्थित है, जहां ज्वालामुखी विस्फोट जैसी गतिविधियां होती रहती हैं और भूकंप आते रहते हैं।
उत्तराखंड के चमोली में भूकंप से भूस्खलन का खतरा
बता दें कि भारत में शनिवार को उत्तराखंड के चमोली जिले में भूकंप आया था। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 2.4 थी और भूकंप का केंद्र धरती के नीचे 5 किलोमीटर की गहराई में मिला। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने भूकंप आने की पुष्टि की। वहीं इस भूकंप के बाद चमोली जिले में भूस्खलन की चेतावनी जारी कर दी गई। रक्षा भूसूचना विज्ञान अनुसंधान प्रतिष्ठान (DGRE) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने अलर्ट दिया है कि 3 हजार मीटर से ज्यादा ऊंचाई वाले इलाकों में आज भूस्खलन हो सकता है। आज शाम 5 बजे के बीच लेवल 3 का ऑरेंज अलर्ट चमोली में रहेगा। लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।
लगातार 2 दिन जम्मू कश्मीर में आया भूकंप
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गत शुक्रवार और शनिवार को लगातार दोनों दिन जम्मू-कश्मीर की धरती भूकंप से कांपी थी। शनिवार को 3.4 की तीव्रता वाला भूकंप आया था, जिसका केंद्र किश्तवाड़ में 10 किलोमीटर की गहराई में मिला था। इससे पहले शुक्रवार रात को बारामूला में 4.1 तीव्रता का भूकंप आया था। शनिवार को साढ़े 7 बजे और शुक्रवार रात को 9 बजकर 6 मिनट पर भूकंप आया था। इससे पहले 18 दिसंबर को केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख में भूकंप के झटके लगे थे। शाम 4 बजकर 23 मिनट पर लेह लद्दाख की धरती कांपी थी। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.2 मापी गई थी, जिसका केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई में मिला था।