इमरान खान को सता रहा हत्या कर दिए जाने का डर! जेल से लिखे पत्र में सेना पर उठाए सवाल
Former PAK PM Imran Khan: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के संस्थापक और पूर्व पीएम इमरान खान ने रावलपिंडी की आदियाला जेल से पत्र लिखा है। इस पत्र के जरिए इमरान खान ने आशंका जाहिर की है कि अब सेना के लिए उनकी हत्या करना ही बाकी रह गया है। उन्होंने देश की खराब स्थिति को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा है। इमरान ने कहा है कि देश लगातार नकदी के गंभीर संकट से जूझ रहा है। सरकार कुछ कर नहीं पा रही है, सिर्फ हंसी का पात्र बनी हुई है। भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते 71 साल के इमरान जेल में हैं। उन्होंने लेटर में कहा कि अगर उनको या उनकी पत्नी को कुछ हुआ, तो इसके लिए सेना प्रमुख असीम मुनीर जिम्मेदार होंगे।
✍️ "The military leadership has been subjected to overt criticism at a level unseen before in our history. The government is a laughing stock"
From his prison cell, former Pakistani prime minister, @ImranKhanPTI, writes exclusively for The Telegraph ⬇️https://t.co/grcXuuK2TS pic.twitter.com/XGTT7pzWKz
— The Telegraph (@Telegraph) May 3, 2024
इमरान ने कहा कि आज देश खतरनाक राजनीतिक चौराहे पर है। सेना ने जितना हो सकता था, मेरे खिलाफ किया है। अब सिर्फ मेरी हत्या करना ही बाकी रह गया है। मेरी पत्नी बुशरा बीबी पर भी जुल्म किया जा रहा है। मैं गुलामी नहीं करूंगा, भले ही मार दिया जाऊं। मैं किसी से भी नहीं डरता, विश्वास मजबूत है। सेना ने पाक के अस्तित्व में आने के बाद 75 से भी अधिक सालों तक शासन किया है। सुरक्षा और विदेश नीति के मामलों में काफी हस्तक्षेप किया है।
सेना ने सभी आरोपों से किया इनकार
वहीं, सेना ने इमरान के सभी आरोपों को नकार दिया है। खान ने चेतावनी दी है कि देश 1971 के रास्ते पर चल रहा है। जब उसने बांग्लादेश (तब के पूर्वी पाकिस्तान) को खोया था। इस समय बलूचिस्तान में अलगाव और आतंक बढ़ रहा है। पाक के अंदर और अफगानिस्तान की सीमाओं पर लगातार हत्याएं हो रही हैं। खान ने कई और मुद्दों पर भी सरकार को घेरा। कहा कि 8 फरवरी को उनके उम्मीदवार के पक्ष में मतदान हुआ था। लेकिन लोगों ने एकदम सेना के परिसर में हमला कर दिया। जिसके बाद नतीजों में हेरफेर किया गया। उन्होंने छह न्यायाधीशों का भी जिक्र किया, जिन्होंने मुख्य न्यायाधीश को लेटर लिखा था। इन लोगों ने आरोप लगाया था कि उनको लगातार धमकियां दी जा रही हैं।