इजरायल पर हमास के हमले में नेपाल के 10 स्टूडेंट्स भी मारे गए; 3 अस्पताल में लड़ रहे जिंदगी-मौत की लड़ाई
Israel Palestine Conflict, तेल अवीव: इजरायल में चरमपंथी संगठन हमास की तरफ से किए गए हमले का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष असर लगभग सारी दुनिया पर पड़ रहा है। इस हमले में इजरायल ने अपने 600 नागरिक खो दिए, वहीं दूसरे देश भी इस जानी नुकसान से अछूते नहीं रहे हैं। रविवार को खबर आई है कि इजरायल पर हमास के हमले में नेपाल के भी 10 स्टूडेंट्स की मौत हुई है। इजरायल में स्थित नेपाली दूतावास के अधिकारी के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआई ने इसकी पुष्टि की है।
हवा, जमीन और समुद्र तीनों तरफ से किए गए हमले में दो दिन के भीतर 600 इजरायलियों की मौत हो चुकी, वहीं 2 हजार से ज्यादा लोगा घायल भी हुए
नेपाली दूतावास के मुताबिक इस वक्त इजरायल में नेपाल के 4,500 आम नागरिक विभिन्न संस्थानों में कार्यरत, ‘सीखो और कमाओ’ योजना के तहत 265 छात्र भी गए
बता देना जरूरी है कि इजरायल और फिलिस्तीन के बीच वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर दावे को लेकर पिछले करीब 100 साल से संघर्ष चला आ रहा है। इन इलाकों के साथ-साथ फिलिस्तीन पूर्वी यरुशलम पर हक जता रहा है, वहीं इजरायल किसी भी सूरत में यरुशलम छोड़ने को तैयार नहीं है। इसी बीच शनिवार सुबह 6.30 बजे यहां सक्रिय फिलिस्तीन से समर्थन प्राप्त चरमपंथी संगठन हमास ने इजरायल पर रॉकेट दागना शुरू कर दिया। ताजा जानकारी के अनुसार हवा, जमीन और समुद्र तीनों तरफ से किए गए इस हमले में दो दिन के भीतर कम से कम 600 इजरायलियों (सैनिक भी शामिल हैं) की मौत हो चुकी है, वहीं 2 हजार से ज्यादा लोगा घायल भी हुए हैं। इसी बीच सूचना मिली है कि इजरायल में 10 नेपाली छात्र भी मारे गए।
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इसकी पुष्टि करते हुए समाचार एजेंसी एएनआई को इजरायल में स्थितअ नेपाली दूतावास के एक अधिकारी ने बताया कि ‘सीखो और कमाओ’ कार्यक्रम के तहत इजरायल गए नेपाल के 17 छात्र दक्षिणी इजरायल के कुबुज अलुमिम में रह रहे थे। इस इलाके में हमास की तरफ से हमला किए जाने के बाद कुल 17 नेपाली छात्रों में से 10 की जान चली गई। हालांकि दो अपनी जान बचाकर सुरक्षित निकल आए। इसके अलावा तीन छात्र घायल भी हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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नेपाली दूतावास के आधिकारिक सूत्रों की मानें तो इस वक्त इजरायल में नेपाल के 4,500 आम नागरिक विभिन्न संस्थानों में काम कर रहे हैं, वहीं 265 नेपाली छात्र ‘सीखो और कमाओ’ योजना के तहत वहां की कृषि आधारित कंपनियों में गए हुए हैं। विदेश मंत्रालय ने हमास के हमले की कड़ी निंदा की है। पता चला है कि अपने नागरिकों को बचाने के लिए नेपाल के विदेश मंत्री एनपी सऊद की अध्यक्षता में सरकार ने एक समिति का गठन किया है। इस बारे में बात करते हुए रविवार को मंत्री सऊद ने बताया, ‘समिति लगातार स्थिति की निगरानी करेगी, नेपाली नागरिकों के सामने आने वाली स्थितियों का मूल्यांकन करेगी, बचाव कार्यों के संबंध में आवश्यक निर्णय लेगी और प्रभावी ढंग से समन्वय एवं सहयोग करेगी’।