जैसे को तैसा: ईरान ने लगाए अमेरिका-ब्रिटेन पर प्रतिबंध; इजराइल का समर्थन करना पड़ा भारी
Iran Israel Tension: ईरान के विदेश मंत्री की ओर से जानकारी दी गई है कि उन्होंने 24 से अधिक अमेरिकी और ब्रिटिश कंपनियों को बैन कर दिया है। ईरान ने कहा है कि ये कदम अमेरिका और ब्रिटेन के खिलाफ इसलिए उठाया गया है कि वे इजराइल के आतंकवादी कार्यों का सपोर्ट कर रहे हैं। ईरान ने जनरल डायनैमिक्स, खारोन, द लॉकहीड मार्टिन कॉर्पोरेशन, स्काईडियो इंजीनियरिंग कंपनी के साथ ही शेवरॉन कॉरपोरेशन को बैन किया है। इस महीने की शुरुआत में इजराइल पर हमले के बाद कनाडा, अमेरिका और ब्रिटेन ने ईरान पर कई प्रतिबंध लगाए थे। माना जा रहा है कि ईरान का कदम उठाना विरोधियों को जवाब है। विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि इजराइल की मदद ब्लैक लिस्टेड लोगों ने की है। जिनका काम अंतरराष्ट्रीय शांति को भंग करना है।
इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि वह अमेरिका के मानवाधिकारों के उल्लंघन, साहसिक और आतंकी गतिविधियों का खुलकर मुकाबला करने को तैयार है। इजराइल लगातार आतंकवादी कृत्यों को अंजाम दे रहा है। लेकिन उसका महिमामंडन और सपोर्ट करके फिलिस्तीनियों के मानवाधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है। गाजा पट्टी में निरंतर फिलिस्तीन के लोगों पर जुल्म किया जा रहा है। लेकिन अमेरिका जैसे देश इसका समर्थन कर रहे हैं। जिसके बाद ही ईरान ने प्रतिबंध लगाए हैं। वहीं, सात अमेरिकी लोगों को भी बैन किया है। जिसमें पूर्व प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप, उनके संगठन के कार्यकारी उपाध्यक्ष और मुख्य लॉ ऑफिसर के साथ इजराइल पर उनके सलाहकार का नाम भी शामिल किया गया है। इसके अलावा जेसन ग्रीनब्लाट, माइकल रुबिन, 'यूनाइटेड अगेंस्ट न्यूक्लियर ईरान' के नीति निदेशक जेसन ब्रोडस्की के अलावा कई लोगों को बैन किया गया है।
ईरान का दावा-ये लोग शांति के खिलाफ
वहीं, ईरान की ओर से यूके के कई लोगों पर भी बैन लगाया गया है। ईरान का दावा है कि ये लोग अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय शांति के खिलाफ काम कर रहे हैं। ये लोग युद्ध भड़काने, फिलिस्तीन के विस्थापन, मानवाधिकारों की उल्लंघना और हथियारों के इस्तेमाल में शामिल हैं। इसके अलावा ईरान ने साइप्रस में रॉयल एयर फोर्स अक्रोटिरी आदि समेत कई यूके की संस्थाओं को बैन किया है। ईरान के सीरिया में स्थित वाणिज्य दूतावास पर इजराइल ने अटैक किया था। जिसके बाद ईरान ने भी इजरायल पर अटैक किया था। बाद में 26 अप्रैल को कई प्रतिबंध अमेरिका ने ईरान पर लगाए थे।