Parastoo Ahmady कौन? जिसने बिना हिजाब के कॉन्सर्ट में किया परफॉर्म; हुईं गिरफ्तार
Iran Parastoo Ahmady Hijab Controversy: ईरान में हिजाब का मुद्दा एक बार फिर से सुर्खियां बटोर रहा है। इस बार 27 साल की यूट्यूबर हिजाब कॉन्ट्रोवर्सी का शिकार हो गई हैं। इनका नाम पारस्तो अहमदी है। पारस्तो को ईरान की पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उनका गुनाह बस यही था कि लाइव कॉन्सर्ट के दौरान पारस्तो ने हिजाब नहीं पहना था। गिरफ्तारी के बाद पारस्तो सोशल मीडिया स्टार बन गईं हैं।
क्या है पूरा मामला?
ईरान की राजधानी तेहरान से 280 किलोमीटर दूर माजदरान प्रांत से यूट्यूबर पारस्तो को गिरफ्तार किया गया है। पारस्तो ने यूट्यूब पर अपने कॉन्सर्ट का वीडियो शेयर किया था। हालांकि कॉन्सर्ट के दौरान उनकी ड्रेस काफी विवादों में आ गई। 27 वर्षीय पारस्तो ने काले रंग की स्लीवलेस और कॉलरलेस ड्रेस पहनी थी। इसके अलावा उन्होंने हिजाब भी नहीं पहना था। पारस्तो के साथ स्टेज पर 4 संगीतकार भी मौजूद थे।
यह भी पढ़ें- 46 साल पहले संभल में क्या हुआ था? लोगों ने सुनाई भस्म शंकर मंदिर की आंखों देखी कहानी
कौन हैं पारस्तो अहमदी
बता दें कि पारस्तो अक्सर ईरान के कानून के खिलाफ आवाज उठा चुकी हैं। पारस्तो अहमदी ने सोरेह विश्वविद्यालय से सिनेमा निर्देशन में डिग्री हासिल की। पारस्तो ने यूट्यूब पर अपने कॉन्सर्ट का वीडियो शेयर किया था। यह वीडियो साझा करते हुए पारस्तो ने कहा कि मैं एक ऐसी लड़की हूं, जो अपने चाहने वालों के लिए गाना चाहती हूं। यह मेरा अधिकार है। मेरा गाना उस सरजमीं के लिए है, जिससे मैं बहुत ज्यादा प्यार करती हूं।
İranlı sanatçı Parastoo Ahmadi, başörtüsüz konser verdiği gerekçesiyle grup üyeleriyle birlikte tutuklandı. Suçu, başörtüsü takmayı reddetmek!#ParastooAhmadi pic.twitter.com/6rbybOcAD2
— Arat Barış (@aratbaris_) December 14, 2024
ईरान की हिजाब कॉन्ट्रोवर्सी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पारस्तो के साथ रहने वाले दो संगीतकारों को भी हिरासत में लिया गया है। दरअसल 1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद ईरान में महिलाओं के लिए हिजाब जरूरी कर दिया गया था। 2022 में इस कानून के खिलाफ हिंसा भड़की थी। इस दौरान एक महिला की मौत से हड़कंप मच गया था। ईरान में तभी से हिजाब पर पाबंदी हटाने की मांग की जा रही है।
यह भी पढ़ें- काशी की मस्जिद का असली मालिक कौन? UP College विवाद के बीच जानें मस्जिद का इतिहास