इजरायल के हमले में अब तक 492 की मौत, हिजबुल्लाह का पलटवार, 200 रॉकेट दागे
Israel Hezbollah War: इजरायल ने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हवाई हमले करके पूरे मिडिल ईस्ट को धुआं-धुआं कर दिया है। इजरायल के हवाई हमले में 492 लोग मारे गए हैं। वहीं 1645 लोग घायल हुए हैं। इजरायल ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में भी हिजबुल्लाह पर हवाई हमले जारी रहेंगे। स्थानीय लोगों को चेतावनी दी गई है कि वे इलाका छोड़ दें। दरअसल इजरायल का कहना है कि हिजबुल्लाह ने घरों में रॉकेट, ड्रोन और मिसाइल छिपा रखे हैं। इजरायल ने लेबनान की बेक्का वैली में रह रहे लोगों से घर छोड़ देने को कहा है। इजरायल का दावा है कि वैली के इन घरों में हिजबुल्लाह ने हथियार छुपा रखे हैं और उसकी टॉप लीडरशिप भी इन घरों में छुपी हुई है।
वहीं इजरायल के इस हमले के जवाब में हिजबुल्लाह ने सोमवार को इजरायल पर 200 रॉकेट दागे। इस हमले में इजरायल को थोड़ा नुकसान हुआ है, लेकिन किसी के मारे जाने की खबर नहीं है। इजरायल ने कहा है कि उसकी सेनाओं ने लेबनान में 1600 टारगेट पर निशाना साधा है। इनमें वो घर भी हैं, जिनमें हथियार छुपाकर रखे गए हैं। 2006 की जंग के बाद इजरायल और हिजबुल्लाह में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर जंग हो रही है। हमले में 35 से ज्यादा बच्चों की मौत हुई है।
मारे जाने वालों में हमास का फील्ड कमांडर महमूद अल नादेर भी है, माना जा रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। 1990 के बाद इजरायल के साथ लड़ाई में पहली बार एक दिन में इतने लोग मारे गए हैं। इजरायली हमले के बाद लोग बेरूत की ओर भागने लगे हैं।
तेल अवीव में कमांड रूम से इजरायल को संबोधित करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल, हिजबुल्लाह के साथ बैलेंस ऑफ पावर को ठीक कर रहा है। बीते अक्टूबर के बाद से ही दस हजार से ज्यादा इजरायली नागरिक उत्तरी इजरायल से विस्थापन के शिकार हुए हैं। अक्टूबर 2023 से ही हिजबुल्लाह इन इलाकों में रॉकेट से हमला कर रहा था। इजरायल की कैबिनेट ने पिछले हफ्ते कहा था कि हिजबुल्लाह के साथ उसकी लड़ाई इन नागरिकों को वापस उनके घर भेजने की लड़ाई है।
दूसरी ओर लेबनान के प्रधानमंत्री ने इजरायल पर आरोप लगाया है कि तेल अवीव जान बूझकर युद्ध भड़का रहा है। वहीं हिजबुल्लाह ने खुले युद्ध की चेतावनी दी है। मिडिल ईस्ट की बदली परिस्थितियों को देखते हुए अमेरिका ने क्षेत्र में और ज्यादा सैनिकों की तैनाती की है। मौजूदा समय में मिडिल ईस्ट में 40 हजार से ज्यादा सैनिक तैनात हैं।