आसमान से बरसने लगीं मिसाइलें, मगर इजराइल को नहीं आई खरोंच; आखिर कैसे बची 10 लाख नागरिकों की जान?
How Israel avoid Iran 181 Missiles Attack: ईरान ने मंगलवार को इजराइल पर 181 मिसाइलें दागीं, लेकिन इजराइल में सिर्फ एक व्यक्ति की इन मिसाइलों के हमले से मौत हुई है। द सन की रिपोर्ट है कि मिसाइल हमले में एक फिलीस्तीनी नागरिक मारा गया है। ईरान के हमले से बचाव का क्रेडिट इजराइल के आयरन डोम डिफेंस सिस्टम को दिया जा रहा है। ईरान के घातक मंसूबों को ढेर करने के बाद इजराइल ने राहत की सांस ली है।
कितना खतरनाक था हमला?
इसे इस तरह समझा जा सकता है कि इजराइल में मिसाइल के टुकड़ों के साथ बच्चे खेल रहे हैं। ये बताता है कि इजराइल नागरिकों को अपने डिफेंस पर कितना भरोसा है। ऐसा नहीं है कि ईरान का हमला कोई कमजोर था, ब्रिटेन में इजरायल के उच्चायुक्त ने कहा कि अगर ऐसा ही हमला लंदन पर हुआ होता तो ब्रिटेन बच नहीं पाता। इजराइल उच्चायुक्त का ये बयान अतिरेक लग सकता है, लेकिन सच है। ब्रिटेन के पास वह डिफेंस सिस्टम नहीं है, जो इजरायल के पास है।
यह भी पढ़ें- इजराइल ने एक को मारा ‘पैदा’ हो गए 100 नसरल्लाह, हिजबुल्लाह प्रमुख की मौत के बाद चौंकाने वाली खबर
इजराइल ने 10 लाख नागरिकों को कैसे बचाया?
द सन की रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल के एरो 2 और एरो 3 नाम के दो एंटी बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम और अमेरिका के दो नेवी डेस्ट्रॉयर्स ने तेहरान के मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया है। अब सवाल यह है कि इतने छोटे से देश इजराइल ने यह कैसे किया? ईरान की 181 मिसाइलों से एक भी इजराइली नागरिक की जान नहीं गई, आखिर कैसे? इजराइल के 10 लाख नागरिक बिल्कुल सुरक्षित हैं।
अमेरिका ने पहले से किया आगाह
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ईरान के हमले की भनक अमेरिका को पहले ही लग गई थी। अमेरिका ने इजराइल को अलर्ट कर दिया और इस तबाही से बचने के लिए इजराइल ने भी फौरन प्लान तैयार कर लिया। इजराइल ने एक खास ऐप डेवलप किया है, जो सभी इजराइली नागरिकों के फोन में मौजूद है। अमेरिका से इनपुट मिलते ही इजराइल ने सभी नागरिकों को अलर्ट भेजकर बंकरों में छिपने का आदेश दे दिया।
इजराइल की प्लानिंग
खबरों की मानें तो जिन स्कूलों और ऑफिसों में बंकर नहीं था, इजराइली सेना ने उन्हें बंद कर दिया। अमेरिकी इनपुट के अनुसार ईरान इजराइल के तीन सैन्य हवाई अड्डों और राजधानी तेल अवीव में मौजूद 1 खुफिया एजेंसी के मुख्यालय को निशाना बनाना चाहता था। इजराइल ने इन इमारतों को फौरन खाली करवा दिया। इजराइल का एयर डिफेंस सिस्टम फौरन एक्टिव हो गया, साथ ही अमेरिका ने भी मिसाइलों के मंसूबों को नाकाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यही वजह है कि 181 मिसाइल बरसाने के बावजूद ईरान इजराइल का बाल भी बांका नहीं कर पाया।
यह भी पढ़ें- कौन हैं IAS नियाज? जिन्हें 'खान' टाइटल का हुआ नुकसान; बयानों पर पहले भी हुआ विवाद