होमखेलवीडियोधर्म मनोरंजन..गैजेट्सदेश
प्रदेश | हिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारदिल्लीपंजाबझारखंडछत्तीसगढ़गुजरातउत्तर प्रदेश / उत्तराखंड
ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थExplainerFact CheckOpinionनॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

तबाह होने वाली है धरती! हजारों साल पुराने पिरामिड ढहे… क्या इसी में छिपा है अंत का संकेत?

World News: रिपोर्ट्स में प्यूरपेचा जनजाति से संबंध रखने वाले एक शख्स ने कहा कि पुरानी परंपराओं के मुताबिक तूफान से पिरामिडों को हुआ नुकसान आने वाले विनाश का संकेत है।
02:11 PM Aug 12, 2024 IST | Nandalal
स्थानीय जनजाति का मानना है कि पिरामिड का ढहना आने वाले खतरे का संकेत है। फोटोः @INAHmx
Advertisement

World News: धरती पर तबाही आने वाली है। इसके संकेत मिलने लगे हैं। मैक्सिको में एक प्राचीन जनजाति द्वारा मानव बलि के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले दो पिरामिडों के ढहने के बाद ऐसा दावा किया गया है। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक पिरामिडों के ढहने के बाद स्थानीय जनजाति के लोगों को डर है कि पृथ्वी पर भयानक प्राकृतिक आपदा आने वाली है। ये दोनों पिरामिड आपस में जुड़े हुए थे और तूफानी बारिश के कारण दोनों पिरामिड ढह गए हैं। स्थानीय जनजाति ने पिरामिडों के ढहने को अलौकिक संकेत करार दिया है।

Advertisement

ये भी पढ़ेंः 8 दिन के लिए स्पेस गई थीं सुनीता विलियम्स, अब 2025 में होगी वापसी! क्या रही असल वजह?

मैक्सिको से आई तस्वीरों में दिख रहा है कि 15 जुलाई को भारी बारिश के बाद पिरामिड ढह गए हैं। बारिश के चलते एक हिस्सा बह गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इन पिरामिडों को प्यूरपेचा जनजाति ने बनाया है। इन पिरामिडों का निर्माण एज्टेक जनजाति को हराने के बाद कराया गया। इतिहासकारों के मुताबिक प्यूरपेचा जनजाति ने अपने देवता कुरिकवेरी को मानव बलि देने के लिए याकाटा पिरामिड का इस्तेमाल किया था। याकाटा पिरामिड मिचोआकन राज्य के इहुआत्जियो के पुरातात्विक स्थल में पाए जाते हैं।

ये भी पढ़ेंः नेवी अफसर से शारीरिक संबंध और अश्लील वीडियो; परमाणु पनडुब्बी के कैप्टन की ‘गंदी’ हरकत

Advertisement

रिपोर्ट्स में प्यूरपेचा जनजाति से संबंध रखने वाले एक शख्स ने कहा कि पुरानी परंपराओं के मुताबिक तूफान से पिरामिडों को हुआ नुकसान आने वाले विनाश का संकेत है। इसे बनाने वाले पूर्वजों के लिए यह अपशकुन है, जो विनाश की एक बड़ी घटना के निकट होने का संकेत देता है। प्यूरपेचा जनजाति ने एज्टेक जनजाति को हराया था और 1519 में स्पेनिश हमले से पहले 400 साल तक मैक्सिको पर राज किया था।

मैक्सिकन नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एंथ्रोपोलॉजी एंड हिस्ट्री ने अपने बयान में कहा कि इहुआत्जियो पुरातत्व इलाके के पिरामिडों में से एक का दक्षिणी हिस्सा ढह गया है। यह प्योरपेचा झील के बेसिन में भारी बारिश के कारण हुआ। घटना के बाद कर्मचारियों को नुकसान का जायजा लेने के लिए भेजा गया है। क्षतिग्रस्त पिरामिडों के मरम्मत की कोशिश की जा रही है।

Open in App
Advertisement
Tags :
world news
Advertisement
Advertisement