इस देश में कुत्तों को पालने पर लगा बैन, लेकिन खाना चाहते हैं तो 'नो प्रॉब्लम'
North Korea Bans Keeping Dogs As Pets : उत्तर कोरिया ने अजब नियम लागू किया है। यहां कुत्तों को पालतू जानवर की तरह रखने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। लेकिन अगर कोई इनका मांस खाना चाहता है या इनका फर उतारना चाहता है तो इसकी अनुमति है। रिपोर्ट्स के अनुसार किम जोंग उन के देश में अगर कोई कुत्तों को अपने परिवार के सदस्य की तरह रखता तो उसे अपराधी माना जाएगा। डेलीमेल की एक रिपोर्ट के अनुसार साउथ प्योंगयांग प्रोविंस में एक सूत्र ने बताया कि इस अजीब प्रतिबंध का ऐलान सोशलिस्ट वूमेन यूनियन ऑफ कोरिया के जरिए किया गया।
सूत्र ने कहा कि कुत्ते को परिवार के सदस्य की तरह रखना, परिवार के साथ उसे खाना खिलाना और सुलाना सोशलिस्ट लाइफस्टाइल के लिए ठीक नहीं है। ऐसा कतई नहीं करना चाहिए। कुत्तों को कपड़े पहनाना भी ठीक नहीं है। उन्हें इंसानों की तरह रखना, उनके बालों में रिबन लगाना, कंपल पहनाना और उनकी मौत होने पर उन्हें इंसानों की तरह ही दफनाना पूंजीवाद का प्रतीक है। सूत्र ने यह भी कहा कि ऐसा करना एक कैपिटलिस्ट समाज में पैसे बर्बाद करने के लिए अमीरों के तरीकों में से एक है। ऐसा व्यवहार पूरी तरह गैरसमाजवादी है और इस पर सख्ती के साथ रोक लगाई जानी चाहिए।
सरकार मानती है कुत्तों को भोजन का जरिया
इसे लेकर सरकार के रुख पर बात करते हुए सूत्र ने कहा कि कुत्ते बेसिकली मीट होते हैं। उन्हें घर से बाहर उनकी प्रकृति के अनुसार पाला जाता है और जब उनकी मौत हो जाती है तो उन्हें खाया जाता है। सरकार इस बात पर भी जोर दे रही है कि कुत्तों को पालने का एक और मुख्य उद्देश्य फर जमा करने का होना चाहिए। सूत्र ने यह भी कहा कि नागरिकों को चुपचाप इसका पालन करने के लिए कहा है। नियम न मानने पर कुत्ते पालने पर रोक लगाने के लिए सरकार बड़ा अभियान शुरू कर सकती है। किम जोंग सरकार ने चेतावनी दी है कि कुत्तों को पालने की परंपरा का खत्म होना जरूरी है।
सामान्य गतिविधियां बनाई जा रही हैं अपराध
वहीं, नॉर्थ कोरिया के वो लोग इस नियम के बाद बेहद दुखी हैं जिन्होंने कुत्ते पाल रखे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार एक महिला ने कहा कि मैं अपने कुत्ते से बहुत प्यार करती हूं। मैं इसकी जान नहीं ले सकती और इसे छोड़ भी नहीं सकती। नॉर्थ कोरिया में मानवाधिकार समिति के एग्जीक्यूटिक डायरेक्टर ग्रेग स्कार्लेटो का इस लेकर कहना है कि किम जोंग की सरकार सामान्य गतिविधियों को भी अपराध बना रही है। यहां ट्रैवल परमिट के बिना लोग पास के गांव में किसी संबंधी से मिलने नहीं जा सकते। सरकार की अनुमति के बिना सीमा पार नहीं कर सकते और कोई धार्मिक किताब नहीं रख सकते।
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