पेरिस एयरपोर्ट पर फ्रेंच एयरलाइन की 70 फीसदी उड़ानें रद्द; क्यों स्ट्राइक पर गए कर्मचारी?
Paris Orly Airport Mass Strike: फ्रांस में एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स की हड़ताल का व्यापक असर दिखा है। शनिवार और रविवार को हड़ताल के कारण फ्रांसीसी नागरिक उड्डयन प्राधिकरण की ओर से पेरिस के ओरली एयरपोर्ट से 70 फीसदी उड़ानों को रद्द करने का आदेश दिया गया है। डीजीएसी प्राधिकरण की ओर से कहा गया है कि शनिवार सुबह 4 बजे से लेकर रविवार देर रात तक कर्मियों की स्ट्राइक का असर दिखा है। जिसके कारण वाणिज्यिक फ्लाइटें भी प्रभावित हुई हैं। पेरिस में 26 जुलाई से ओलंपिक खेल शुरू होने हैं। हड़ताल के कारण पर्यटकों और खेल प्रेमियों की संख्या पर असर पड़ सकता है। ओरली फ्रांस का दूसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है।
Europe’s largest airlines and hundreds of thousands of passengers have been left in limbo despite the French SNCTA union withdrawing its notice of strike action at the eleventh hour. Airlines still do not have full clarity of what French ATC capacity will be tomorrow. @A4Europe pic.twitter.com/kRD5lWfSTj
— Luk De Wilde (@lukdewilde) April 24, 2024
एक महीने में दूसरी बार है, जब कर्मचारी हड़ताल पर गए हैं। जिसके कारण पूरे यूरोप में हजारों फ्लाइटों पर असर पड़ा है। एयरपोर्ट और मुख्य संघ एसएनसीटीए के बीच यह विवाद एक समझौते को लेकर है। यूएनएसए-आईसीएनए को श्रमिकों का बड़ा समूह माना जाता है। जिनका आरोप है कि लगातार कर्मियों की संख्या कम हो रही है। ओरली के प्रबंधक सिर्फ और सिर्फ अपने लिए लाभ अर्जित कर रहे हैं। उनको कर्मियों की चिंता नहीं है। कर्मियों के ऊपर लगातार काम का दबाव बढ़ाया जा रहा है। अगर 2027 तक यही स्थिति रही, तो कर्मियों की संख्या तेजी से कम हो जाएगी। वहीं, सरकार लगातार हड़ताल का विरोध कर रही है।
कुछ कर्मचारी एजेंटों की भूमिका में
उप परिवहन मंत्री पैट्रिस वर्गाइट ने कहा कि कुछ ऐसे कर्मी हैं, जो एजेंटों की तरह काम कर रहे हैं। वे समझौते की वैधता के बारे में भ्रम फैला रहे हैं। जिसकी कीमत यात्रियों को चुकानी पड़ रही है। पेरिस के दक्षिण में स्थित ओरली एयरपोर्ट को पेरिस का दूसरा व्यस्त हवाई अड्डा माना जाता है। इससे पहले पेरिस का रोइसी चार्ल्स-डी-गॉल का नंबर आता है। पिछले साल ओरली से लगभग 32 मिलियन (3.2 करोड़) लोगों ने यात्रा की थी। फ्रांस की कम लागत वाली ट्रांसविया कंपनी इसका संचालन करती है। वहीं, ईजीजेट, ईबेरिया और टैप जैसी 20 से अधिक कंपनियों के विमान यहां से उड़ानें संचालित करते हैं। डीजीएसी की ओर से अनुमान जताया गया है कि इस महीने के आखिर में यहां से उड़ानें सुचारू हो जाएंगी।