3000 फीट ऊंचाई, 2 मिनट में टुकड़ों में बंटा जहाज, दलदल में गिरा और मारे गए 114 पैसेंजर्स
Kenya Airways Flight 507 Accident Memoir: 3 हजार फीट की ऊंचाई पर 500 मील प्रति घंटे की रफ्तार से प्लेन उड़ रहा था कि अचानक बैलेंस खो गया। जहाज पलटियां खाते हुए तेजी से नीचे की ओर आया और झटके के साथ मैंग्रूव वन में दलदल में गिर गया। देखते ही देखते जहाज दलदल में डूब गया। उसमें सवार सभी 114 पैसेंजर्स मारे गए।
बचाव दल को सिर्फ 40 लोगों की लाशें मिलीं। हादसा आज की तारीख में 17 साल पहले साल 2007 में हुआ था। कैमरून नागरिक उड्डयन प्राधिकरण की जांच से पता चला कि पायलट टेकऑफ़ के बाद प्लेन में आए टेक्निकल फॉल्ट को डिटेक्ट करने और उसे ठीक करने में विफल रहे। नियंत्रण छूटा और जहाज दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
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पायलट ने प्लेन को ऑटो मोड में डाल दिया था
केन्या एयरवेज की फ्लाइट 507 ने बोइंग 737-800 विमान में कैमरून के डौआला इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। फ्लाइट नैरोबी में लैंड होनी थी, लेकिन रनवे से टेकऑफ होते ही जहाज हादसे का शिकार हो गया। हादसे का कारण खराब मौसम था, जिसके कारण जहाज में टेक्निकल फॉल्ट आ गया था। ATC कर्मियों ने मौसम ठीक होने का इंतजार किया, लेकिन केन्या एयरवेज कर्मियों ने टेकऑफ करने का फैसला लिया। मिस-कम्युनिकेशन के कारण प्लेन टेकऑफ कर गया और टेक्निकल फॉल्ट के कारण जहाज एक ओर झुक गया।
पायलट और को-पायलट दोनों ही जहाज को बैलेंस नहीं कर पाए। पायलट ने प्लेन को ऑटो मोड पर डाल दिया और इसके बाद जहाज मैंग्रोव के जंगल में गिर गया। टुकड़ों में बंटा जहाज कुछ ही पलों में कीचड़ और पानी में डूब गया। मलबा 6 मई को मिला। गांव एमबींगा पोंगो के लोगों ने बचाव दल को दुर्घटनास्थल तक पहुंचाया था। केन्या एयरवेज के अनुसार, दुर्घटनास्थल से 29 शव मिले थे, जबकि कैमरून की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 40 से अधिक शव बरामद किए गए हैं, जो ऐसी हालत में थे कि मृतकों की शिनाख्त तक नहीं हो पाई।
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प्लेन में सवार पैसेंजर्स में 26 देशों के नागरिक थे
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्लेन में 108 पैसेंजर्स और 6 क्रू मेंबर्स सवार थे। 108 पैसेंजर्स 26 देशों के नागरिक थे। 37 लोग कैमरून से थे और 9 केन्या से थे। 17 यात्री आबिदजान में चढ़े थे और बाकी डौआला से चढ़े थे। क्रू मेंबर्स के सभी 6 मेंबर्स केन्याई थे। यात्रियों में एक इंजीनियर और एक फ्लाइट अटेंडेंट भी थी। कैप्टन फ्रांसिस एमबाटिया वामवे (उम्र 52 वर्ष) ने जेटलाइनर्स पर 8,500 घंटे फ्लाई किया हुआ था।
प्रथम अधिकारी एंड्रयू वानयोइक किउरू (उम्र 23 वर्ष) 20 साल पहले एयरलाइन में शामिल हुए थे। पैसेंजर्स में केन्या स्थित एसोसिएटेड प्रेस के रिपोर्टर एंथनी मिशेल भी थे। फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) 7 मई और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) 15 जून को बरामद हुआ था, जिनसे हादसे से जुड़ी कई जानकारियां मिलीं। हादसे की जांच के लिए कैमरून सरकार ने एक टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन टीम बनाई थी।
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