30 सेकंड, प्लेन क्रैश होता तो मारे जाते 83 पैसेंजर; पायलट में बताई जिंदगी की सबसे बड़ी भूल
Alaska Airlines Flight 2059 Pilot Interview: 22 अक्टूबर 2023 को एक भीषण विमान हादसा होने से बचा था। अलास्का एयरलाइंस की फ्लाइट 2059 में 79 पैसेंजर्स और 5 क्रू मेंबर्स थे, लेकिन अचानक 30 हजार फीट की ऊंचाई पर फ्लाइट के पायलट जोसेफ एमर्सन ने प्लेन को दोनों इंजन बंद करने की कोशिश की। जैसे ही उन्होंने इंजन के लीवर खींचे, को-पायलटों और क्रू मेंबर्स के होश उड़ गए। उन्होंने तुरंत उन्हें ऐसा करने से रोका।
बाथरूम में बंद करके फ्लाइट की पोर्टलैंड में इमरजेंसी लैंडिंग कराई और पायलट जोसेफ को पुलिस के हवाले कर दिया। अगर इंजन बंद हो जाते तो प्लेन क्रैश होता और उसमें सवार सभी लोग मारे जाते। अब एक साल बाद पायलट जोसेफ की पत्नी सारा ने पति की उस हरकत के बारे में बात की और खुद पायलट जोसेफ ने उन 30 सेकंड की कहानी बताते हुए कबूला कि वह हरकत उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती थी। आइए जानते हैं कि उस दिन क्या और कैसे हुआ था?
FIRST ON @GMA: Former Alaska Airlines pilot who tried to shut down engines in-flight shares his story.
“It's 30 seconds of my life that I wish I could change, and I can’t.”@GioBenitezhttps://t.co/TThz75SE5q pic.twitter.com/mlGSYe6RpI
— Good Morning America (@GMA) August 23, 2024
दिवंगत दोस्त को याद करते हुए खाई थी मशरूम
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जोसेफ एमर्सन और उनकी पत्नी सारा ने एक साक्षात्कार में बताया कि जोसेफ उस दिन नशे में थे और उन्होंने दोनों इंजन बंद करके प्लेन क्रैश कराने की कोशिश की थी। आज उन पर 83 लोगों को मारने की कोशिश करने का आरोप है। जोसेफ एमर्सन ने बताया कि उनके बेस्ट फ्रेंड स्कॉट की मौत हो गई थी। वह एक पायलट था और 6 साल पहले हादसे में मर गया था। जोसेफ वीकेंड पर दोस्तों के साथ बाहर गए थे और स्कॉट को याद करते हुए वे सदमे में चले गए थे।
शुक्रवार की रात को उन्होंने दोस्तों के साथ साइकेडेलिक मशरूम खाई थी। यह एक दवा है, जिसका असर कई घंटों तक रहता है और उसके शारीरिक दुष्प्रभाव कई दिन तक रहते हैं। जोसेफ के साथ यही हुआ। उनके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया और दवाई का उनके शरीर पर असर पड़ा, जिसका परिणाम उन्हें जिंदगीभर भुगतना पड़ेगा। उन्होंने नींद में होने के बावजूद उड़ान भरी, गलती की और अब उन्हें 83 लोगों को मारने की कोशिश करने पर सजा का इंतजार है।
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जेल जाने के बाद बीमारी के बारे में पता चला
जोसेफ कहते हैं कि जमानत मिलने से पहले 45 दिन उन्होंने जेल में बिताए। मशरूम खाने के 4 दिन बाद तक भी उन्हें होश नहीं था। जब पूरी तरह से होश में आए तो उन्हें अपनी हरकत के बारे में पता चला। खुद का जेल में पाया और 83 लोगों को मारने की कोशिश करने का आरोपी पाया। जेल चिकित्सक ने उन्हें बताया कि वे हेलुसीनोजेन पर्सिस्टिंग परसेप्शन डिसऑर्डर (HPPD) नामक बीमारी से पीड़ित हैं, जिसके कारण पहली बार साइकेडेलिक मशरूम का उपयोग करने वाले व्यक्ति को कई दिन तक उसके परिणाम भुगतने पड़ते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एमर्सन अब यह भी मानते हैं कि वह शराबी हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि 22 अक्टूबर को जो हुआ, उसमें शराब की कोई भूमिका नहीं थी, क्योंकि तब से पहले कभी ऐसा नहीं हुआ कि फ्लाइट उड़ानी हो और उन्होंने उससे एक रात पहले या 24 घंटे पहले शराब पी हो। उस दिन जो हुआ, वह एक हफ्ता पहले खाई मशरूम का असर था। उन्होंने जानबूझ कर कुछ नहीं किया, एक दवाई के असर में उनसे वह हरकत हो गई।
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