पाकिस्तानी बाप ने बेटी का किया मर्डर, फिर इस्लामाबाद भाग खुद किया पुलिस को फोन, वजह सुन आ जाएगा गुस्सा
Sara Sharif Murder Case : ब्रिटेन में पिछले साल 10 वर्षीय सारा शरीफ की हत्या करके परिजन पाकिस्तान भाग गए थे। इस मामले में पुलिस ने सारा के पिता, सौतेली मां और चाचा को गिरफ्तार कर लिया था। पहले तो तीनों ने सारा की हत्या से इनकार किया, लेकिन बाद में पिता ने स्वीकार किया कि उसने ही बेटी को मौत के घाट उतारा। आइए जानते हैं कि क्या है पूरा मामला?
साउथ ईस्ट इंग्लैंड के वॉकिंग में 10 अगस्त 2023 तो सारा शरीफ का शव मिला था। पाकिस्तानी मूल के पिता उर्फान शरीफ (42), सौतेली मां बेइनाश बतूल (30) और चाचा फैजल मलिक (29) ने लड़की की हत्या करने से इनकार किया। अदालत को बताया गया कि 10 वर्षीय सारा शरीफ के पिता ने पाकिस्तान से पुलिस को फोन किया और स्वीकार किया कि उसने अपनी बेटी सारा की हत्या की थी।
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जानें पिता ने क्या कहा था?
अभियोजक ने कहा कि पिता ने 8.34 मिनट तक फोन पर हुई बात में कहा कि सारा शरारती थी और उसने उसकी पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई। उसने यह भी कहा था कि उसका इरादा उसे मारने का नहीं था, लेकिन उसने उसे बहुत पीटा। उन्होंने कहा कि सारा को सिर्फ पीटा नहीं गया था, बल्कि अंतिम कुछ हफ्तों में उसके साथ भयानक और क्रूर व्यवहार किया गया था।
बेटी की हत्या कर पाकिस्तान चले गए थे परिजन
सारा का शव मिलने से पहले तीनों लोग इस्लामाबाद चले गए। वहां पहुंचने के बाद एक घंटे के बाद पिता उर्फान शरीफ ने ब्रिटेन की पुलिस को कॉल किया और हत्या की बात कबूल की, लेकिन अदालत में सुनवाई के दौरान अभियोजक पक्ष ने अपनी दलील पेश करते हुए कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि आरोपी पिता है, बल्कि शक की सूई सौतेली मां की ओर जा रही है।
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कई हफ्तों तक किए गए थे हिंसक हमले
अभियोजक पक्ष ने अदालत को बताया कि सारा पर कई हफ्तों तक हिंसक हमले किए गए थे, क्योंकि उसके शरीर पर नई-पुरानी चोटों के निशान थे। गंभीर चोटें, आग से जलाने के निशान और हड्डियां टूटी हुई थीं। उर्फान शरीफ ने अपनी पत्नी बतूल को बचाने के लिए यह बयान दिया, जबकि दांत काटने के निशान उर्फान से मैच नहीं कर रहे हैं और बतूल ने अपने निशान देने से इनकार कर दिया। अदालत में इस मामले की सुनवाई चल रही है।