रात को 2 चांद देखने को तैयार रहें! 2500 मील रफ्तार, 138 फीट साइज...Asteroid के बारे में 9 बड़े अपडेट
Earth Mini Moon Asteroid 2024 PT5: दुनिया अभी तक एक ही चांद का दीदार करती आई है, लेकिन अब अंतरिक्ष की दुनिया में अपने आप में बेहद दुर्लभ खगोलीय घटना होने जा रही है, जिसके चलते लोगों को मिनी मून भी नजर आएगा और करीब 2 महीने तक लोग इसे हर रोज रात को देख सकेंगे।
मिनी मून इतना छोटा है कि इसे सीधे नंगी आंखों से नहीं देखा जा सकेगा, लेकिन स्पेशल टेलीस्कोप से ही लोग इसे देख सकते हैं। फिलहाल यह मिनी मून चांद की तरह धरती की परिक्रमा कर रहा है और अगले 2 महीने तक परिक्रमा करता रहेगा, उसके बाद यह सूर्य की कक्षा में चला जाएगा। आइए इसके बारे में डिटेल में जानते हैं...
Newly-discovered #asteroid 2024 PT5 is about to undergo a "mini-moon event" when its geocentric energy becomes negative from September 29 - November 25.https://t.co/sAo1qSRu3J pic.twitter.com/pVYAmSbkCF
— Tony Dunn (@tony873004) September 10, 2024
1. मिनी मूनी वास्तव में एक एस्ट्रॉयड है, जिसका नाम 2024 PT5 है। इसका साइज 10 फीट से 138 फीट के बीच हो सकता है।
2. 9 सितंबर से एस्ट्रॉयड धरती के ऑर्बिट में घूम रहा है और 25 नवंबर तक यह इसी में घूमता रहेगा। इसकी स्पीड इतनी स्लो है कि अगले 2 महीने में यह धरती का एक ही चक्कर लगा पाएगा।
3. एस्ट्रॉयड 2024 PT5 की खोज 7 अगस्त 2024 को एस्ट्रॉयड टेरेस्ट्रियल-इम्पैक्ट लास्ट अलर्ट सिस्टम (ATLAS) ने की थी। स्पेन के यूनिवर्सिडैड कॉम्प्लूटेंस डी मैड्रिड के रिसर्चर कार्लोस और राउल डे ला फूएंते मार्कोस ने अपने रिसर्च पेपर में इसका जिक्र किया।
4. 25 नवबंर 2024 को धरती की ग्रैविटी से निकलकर मिनी मून सूर्य की कक्षा में एंट्री करेगी। 9 जनवरी 2025 को वहां से निकलकर अंतरिक्ष में गुम हो जाएगा और फिर साल 2055 और साल 2084 में धरती के ऑर्बिट में आ जाएगा। साल 1981 और 2022 में भी धरती को 2022NX1 नामक मिनी मूल मिला था।
5. अमेरिकन एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी के रिसर्च नोट्स के अनुसार, यह एस्ट्रॉयड घोड़े की नाल के आकर में नजर आएगा। इसके धरती से टकराने के आसार नहीं हैं, क्योंकि यह धरती से 2.6 मिलियन मील दूर परिक्रमा कर रहा है। यह दूसरी धरती और चंद्रमा के बीच की दूरी से 10 गुना ज्यादा है।
6. रिसर्च पेपर के अनुसार, एस्ट्रॉयड की क्वालिटीज अर्जुन एस्ट्रॉयड बेल्ट से मिलते जुलते हैं। अर्जुन एस्ट्रॉयड ग्रुप का नाम हिंदू महाकाव्य महाभारत के कैरेकटर अर्जुन के नाम पर रखा गया है। इसलिए एस्ट्रॉयड का महाभारत से खास कनेक्शन बताया जा रहा है।
7. अर्जुन एस्ट्रॉयड ग्रुप नाम को अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ (IAU) से मान्यता मिली हुई है और इस ग्रुप के एस्ट्रॉयड धरती के करीब 2.8 मिलियन मील (4.5 मिलियन किलोमीटर) पास आ सकते हैं। इनकी स्पीड 2200 मील प्रति घंटा (3540 किलोमीटर/घंटा) हो सकती है।
8. एस्ट्रॉयड 2024 PT5 के धरती के ऑर्बिट में आने की घटना बेहद दुर्लभ खगोलीय घटना है। यह एस्ट्रॉयड इसलिए धरती के ऑर्बिट में आया, क्योंकि यह धरती के पास से गुजरते समय इसकी ग्रैविटी से बच नहीं पाया। इन एस्ट्रॉयड को ही मिनी मून कहा जाता है।
9. हार्वर्ड और स्मिथसोनियन की एस्टेरॉयड रिसर्चर फेडेरिका स्पोटो का कहना है कि 2024 PT5 से उन अंतरिक्ष के एस्टेरॉयड के बारे में जानकारी मिलेगी, जिनमें वे भी शामिल हैं जो कभी-कभी पृथ्वी से टकराती हैं।