यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की हत्या की साजिश नाकाम, 2 यूक्रेनी अधिकारी बर्खास्त
Ukraine Russia war: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की की हत्या की साजिश का खुलासा होने के बाद राज्य के सुरक्षा प्रमुख को बर्खास्त कर दिया गया है। एक रिपोर्ट के अनुसार स्टेट सिक्योरिटी हेड सेरही रूड को हटाया गया है। आरोप है कि दो लोग उनका मर्डर करना चाहते थे। स्टेट सिक्योरिटी सर्विस की ओर से इस सप्ताह की शुरुआत में साजिश के बारे में बताया गया था। जिसमें जिक्र था कि राष्ट्रपति के अलावा कुछ बड़े अधिकारियों की हत्या की साजिश भी रची गई थी। यूक्रेन ने दावा किया था कि दो रूसी एजेंट राष्ट्रपति और दूसरे अफसरों को मारना चाहते थे। ये लोग यूक्रेनी सरकारी सुरक्षा इकाई में शामिल थे। कर्नल की पोस्ट पर काम रहे दोनों एजेंट रूसी खुफिया एजेंसियों के कहे अनुसार वारदात को अंजाम देने वाले थे।
Russian agents plotted to assassinate President Volodymyr Zelensky and top Ukrainian military officials as a “gift” to Vladimir Putin as he’s sworn in for a fifth term—but Ukrainian security officials caught wind of the plan and thwarted the operation. https://t.co/Rk7Ozm2L0i
— 𝕸𝖆𝖗𝖎𝖊 🇲🇽🇺🇸⚔️ 🌊🐺♒💃💙🌻 (@LMarieVResists) May 7, 2024
दोनों को अरेस्ट कर लिया गया था। ये लोग राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात गार्ड्स में शामिल होना चाह रहे थे। जिनका मकसद जेलेंस्की को अपहरण करके मारना था। इन लोगों के निशाने पर एसबीयू प्रमुख वासिल माल्युक, सैन्य खुफिया प्रमुख किरिलो बुडानोव जैसे बड़े अधिकारी भी थे। इन लोगों को रूस ने हमला करने से पहले ही भर्ती कर लिया था। यूक्रेन ने कहा है कि दो सस्पेक्टेड मोल्स अरेस्ट कर लिए गए हैं।
रॉकेट से हमला करने की फिराक में थे एजेंट
एक एजेंट ने कबूल किया है कि वे लोग रॉकेट से हमला करने की फिराक में थे। हमला जेलेंस्की के अज्ञात परिसर पर करना था। रूस हत्या के बाद उस जगह पर मिसाइल दागता, ताकि उसकी इस मामले में भूमिका का सबूत दुनिया के सामने न आए। एसबीयू के प्रमुख वासिल माल्युक के अनुसार उनको मामले का पता लग गया था। इसके बाद सिर्फ कुछ ही लोगों को एजेंटों पर ध्यान देने की बात पता थी। यूक्रेन पर इस हमले को अंजाम देने का मकसद पुतिन को गिफ्ट देना था। हालांकि रूड को हटाने के बाद कोई बयान नहीं जारी किया गया है। यूक्रेन ने बताया है कि दोनों एजेंटों के खिलाफ देशद्रोह के तहत भी जांच होगी।