50 डॉलर के दान ने 12 साल के लिए पहुंचाया जेल! क्यों मदद करके भी मुसीबत में फंस गई महिला?
Woman Got 12 Years Jail Time As She Donated 50 Dollars To Ukraine : 24 फरवरी 2022 को रूस और यूक्रेन के बीच जंग की शुरुआत हुई थी जो अभी भी जारी है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का रुख न केवल यूक्रेन को लेकर आक्रामक है बल्कि वह यूक्रेन की मदद करने वालों को भी दुश्मन की तरह देख रहे हैं भले ही वह शख्स उन्हीं के देश का क्यों न हो। यूक्रेन के सपोर्ट में बाल बराबर मदद करने वालों के साथ भी पेशेवर अपराधियों की तरह व्यवहार हो रहा है। ऐसा ही कुछ हुआ है एक महिला के साथ जिसने यूक्रेन के सपोर्ट में 50 डॉलर (लगभग 4000 रुपये) का दान किया था। इस कदम के लिए उसे 12 साल की सजा सुनाई गई है।
मदद करके मुसीबत में फंसने वाली इस महिला की पहचान क्सेनिया कैरेलिना (Ksenia Karelina) के रूप में हुई है। 33 साल की कैरेलिना को रूस की एक अदालत ने 12 साल जेल की सजा सुनाई है। कैरेलिना ने यूक्रेन को सपोर्ट करने वाली एक अमेरिकी चैरिटी को 50 डॉलर डोनेट किए थे। इसे लेकर उनके खिलाफ देशद्रोह का आरोप लगाया गया था। रूसी-अमेरिकी कैरेलिना के खिलाफ इस मामले की सुनवाई बंद दरवाजे के पीछे हुई थी। बता दें कि कैरेलिना को इस साल की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था जब वह अपने ग्रांडपैरेंट्स से मिलने गई थी। उसके खिलाफ यूक्रेन सेना की हथियार खरीदने में मदद करने के लिए पैसे भेजने का गंभीर आरोप लगाया गया था।
कैरेलिना ने स्वीकार किया अपराध
रिपोर्ट्स के अनुसार कैरेलिना ने सुनवाई के दौरान अपराध स्वीकार कर लिया है। लेकिन, उसके वकील मिखाइल मुशाइलोव ने संकेत दिया है कि इस फैसले के खिलाफ अपील करने की योजना बनाई जा रही है। बता दें कि इस मामले में फैसला आने से कुछ दिन पहले ही रूस और पश्चिमी देशों के बीच कैदियों का एक्सचेंज हुआ था। इसके तहत रूस ने पूर्व यूएस मरीन पॉल व्हेलन और वॉल स्ट्रीट जर्नल के रिपोर्टर इमान गर्शकोविच समेत 24 लोगों को रिहा किया था। बता दें कि पुतिन की सरकार ने देशद्रोह के मामलों में दी जाने वाली सजा को हाल ही में और सख्त किया है। अब इस तरह के मामलों में अधिकतम सजा 20 साल कारावास से लेकर उम्रकैद तक सुनाई जा सकती है।
जानिए कौन हैं क्सेनिया कैरेलिना?
क्सेनिया कैरेलिना साल 2021 में अमेरिका की नागरिक बन गई थीं। वह लास एंजिलिस में रहती हैं। लंबे समय के बाद इस साल उन्होंने रूस जाने का प्लान बनाया था। लेकिन, रूस पहुंचने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। जिस चैरिटी को उन्होंने डोनेशन दी थी उसका नाम रैजोम (Razom For Ukraine) है। कैरेलिना की गिरफ्तारी और उन्हें सजा सुनाए जाने को लेकर इस चैरिटी ने भी दुख जताया है। हालांकि, कैरेलिना की लीगल टीम को उम्मीद है कि कैदियों के अगले एक्सचेंज में उन्हें भी शामिल किया जा सकता है। लेकिन, उनके वकीलों यह भी माना है कि इस तरह के मामलों में रिहाई के लिए बातचीत तब तक नहीं हो सकती जब तक कि अंतिम फैसला नहीं आ जाता है।
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