'महिलाएं फूल हैं, नौकरानियां नहीं', सर्वोच्च लीडर खामेनेई बोले- ईरान अधिकारों पर अकुंश लगा रहा
Ayatollah Ali Khamenei: ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने बुधवार को एक्स पर पोस्ट कर महिलाओं की तुलना नाजुक फूलों से की है। उन्होंने बताया कि घर में महिलाओं की भूमिका नौकरानी की नहीं होनी चाहिए। बता दें कि ईरान महिलाओं पर पाबंदियों को लेकर चर्चा में हमेशा चर्चा में रहा है।
ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने बुधवार को ट्वीटर कर कहा एक महिला नाजूक फूल की तरह है। वह नौकरानी नहीं है। महिला के साथ घर में फूल की तरह व्यवहार किया जाना चाहिए। एक फूूल की तरह उसकी देखभाल होनी चाहिए। इसकी ताजगी और मीठी खुशबू का फायदा उठाया जाना चाहिए और हवा को सुगंधित करने के लिए इस्तेमाल होना चाहिए।
महिलाओं और पुरुषों की भूमिकाएं अलग-अलग
खामेनेई ने आगे कहा महिलाओं और पुरुषों की भूमिकाएं अलग-अलग होती हैं। उदाहरण के लिए पुरुष परिवार के खर्चों के लिए जिम्मेदार होता है, जबकि महिला बच्चा पैदा करने के लिए जिम्मेदार होती है। इसका मतलब महिला और पुरुष के अलग-अलग गुणों से हैं। इसका अर्थ श्रेष्ठता नहीं है। बता दें कि पिछले सप्ताह ही ईरान ने नए सख्त हिजाब कानून लागू करने की बात कही थी। हालांकि अब इस पर अचानक रोक लगा दी गई है। नया कानून 13 दिसंबर को लागू हुआ था। इसके बाद इसका विरोध शुरू हो गया था।
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ईरान में नये कानून को लेकर विरोध शुरू
ईरान में महिलाओं और उससे जुड़े संगठनों ने नये कानून को लेकर विरोध शुरू कर दिया था। इसके बाद ईरान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने 16 दिसंबर को विवादित हिजाब और पवित्रता कानून पर रोक लगा दी थी। बता दें कि ईरान में सख्त हिजाब कानूनों के उल्लंघन पर महिलाओं को जेल में डालकर प्रताड़ित किया जा रहा है। ईरान ग्लोब जेंडर गैप इंडेक्स में 146 देशों में 143वें स्थान पर है। खामेनेई के सत्तावादी शासन के विरोध में कई महिलाएं सड़कों पर उतरी हैं।
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