पप्पू यादव की कांग्रेस से बगावत? पूर्णिया लोकसभा सीट से भरा निर्दलीय नामांकन, मरते दम तक साथ निभाने का था वादा
Pappu Yadav Purnia Election Nomination: बिहार में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगने के आसार हैं। दरअसल, हाल ही में कांग्रेस जॉइन करके अपनी पार्टी का विलय करने वाले पप्पू यादव ने बगावत कर दी है। उन्होंने आज अपने दल-बल के साथ पूर्णिया लोकसभा सीट से निर्दलीय नामांकन भर दिया। वे शक्ति प्रदर्शन करते हुए DC ऑफिस पहुंचे और चुनाव नामांकन भरा। वे पूर्णिया से चुनाव टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं।
बता दें कि सीटों के बंटवारे में पूर्णिया सीट RJD के खाते में आई है और लालू-तेजस्वी ने उन्हें टिकट देने की बजाय बीमा भारती को टिकट दे दिया, जबकि उन्होंने चुनाव टिकट की शर्त पर कांग्रेस जॉइन की थी। ऐसे में अब देखना यह है कि निर्दलीय नामांकन भरने के बाद वे कांग्रेस में रहेंगे या नहीं? बीमा भारती कल अपना नामांकन भर दिया था, लेकिन पप्पू यादव की बगावत कांग्रेस और RJD के लिए चुनावी रण में मुश्किलें खड़ी कर सकती है।
पप्पू यादव ने नामांकन से पहले किया शक्ति प्रदर्शन
बता दें कि पप्पू यादव घर से पूजा पाठ करने के बाद अपने घर से निकले। इसके बाद टाउन हॉल गए। वहां से अपने समर्थकों को साथ लेकर सड़क मार्ग से होते हुए नामांकन दाखिल करने पहुंचे। वे बुलेट चलाते हुए DC ऑफिस पहुंचे। उनके समर्थक नारे लगाते हुए साथ-साथ चलते रहे।
बता दें कि पप्पू यादव ने 4 दिन पहले लालू प्रसाद यादव को चेतावनी दी थी कि पूर्णिया से उम्मीदवार बदल दें। साथ ही उन्होंने 4 अप्रैल को पूर्णिया से नामांकन भरने का ऐलान किया था। इसके बाद कांग्रेस की ओर से पार्टी प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने पप्पू यादव को चेतावनी दी थी कि वे पूर्णिया से नामांकन भरने की जिद छोड़ दें। अगर उन्होंने नामांकन भरा तो कांग्रेस कार्रवाई करेगी, क्योंकि कांग्रेस के खाते में पूर्णिया सीट नहीं, इसलिए टिकट दावेदारी भी नहीं।
पूर्णिया से ही क्यों पप्पू लड़ना चाहते चुनाव?
पप्पू यादव आखिर पूर्णिया से ही लोकसभा चुनाव 2024 क्यों लड़ना चाहते हैं? इसका कारण उस सीट पर बने रहे राजनीतिक समीकरण हैं, जो उनके पक्ष में नजर उन्हें नजर आ रहे हैं। इसलिए उन्होंने सोच समझकर पूर्णिया सीटा को चुना है। पप्पू यादव 5 बार लोकसभा चुनाव जीते, लेकिन 3 बार सिर्फ पूर्णिया सीट से चुनाव जीते। एक बार समाजवादी पार्टी की सीट से चुनाव जीते थे।
2 बार निर्दलीय चुनाव जीता था। पूर्णिया लोकसभा सीट के राजनीतिक समीकरणों की बात करें तो यहां 60% हिंदू और 40% मुस्लिम मतदाता है। डेढ़ लाख से ज्यादा यादव वोटर्स हैं। एक लाख से ज्यादा सवर्ण वोटर्स हैं। अनुसूचित जाति, जनजाति के वोटर्स भी हैं। ऐसे में अब पूर्णिया सीट से लोकसभा चुनाव 2024 का मुकाबला रोमांचक होने वाला है।