'हमारे समूह पर हुए हमलों ने हमें मजबूत बनाया है' अमेरिकी न्याय विभाग के आरोपों पर बोले गौतम अडानी
Jaipur 51st Gem & Jewellery Awards: डायमंड ट्रेडिंग करना एटरप्रेन्योरशिप में एंट्री का मेरा पहला काम था। मैंने इस काम में अपना पहला कमीशन महज 10 हजार रुपये कमाया था। लेकिन अब ज्वेलरी का तरीका बदल रहा है, जिसे हमें अपनाने की जरूरत है। शनिवार को ये बातें अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहीं।
गौतम अडानी जयपुर में 51वें इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी अवॉर्ड्स शो (IGJA) में बोल रहे थे। ये अवॉर्ड शो जयपुर के होटल इंटर कॉन्टिनेंटल में आयोजित किया गया था। इस दौरान गौतम अडानी ने कहा कि जेम्स बिजनेस ने आईटी सेक्टर की तरह बड़ी संख्या में रोजगार दिए हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात का सूरत डायमंड बिजनेस, उनकी कटिंग और अन्य काम का सबसे बड़ा हब है।
Jaipur, Rajasthan: Adani Group Chairman Gautam Adani says, "Looking back, while we have had our successes, our challenges have been even bigger. However, these challenges have not broken us. Instead, they have defined us. They have made us tougher and given us the unshakable… pic.twitter.com/Skkb6D8gXx
— IANS (@ians_india) November 30, 2024
हर बाधा अडानी समूह के लिए एक सीढ़ी बन जाती है
अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के लगाए आरोपों पर गौतम अडानी ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब हमें ऐसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। मैं आपको बता सकता हूं कि हर हमला हमें मजबूत बनाता है और हर बाधा अडानी समूह के लिए एक सीढ़ी बन जाती है। उन्होंने कहा किस तरह उनकी राष्ट्र निर्माण की सोच ने उन्हें विरोधियों के निशाने पर रखा है, साल 2010 का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा जब हम ऑस्ट्रेलिया में एक कोयला खदान में निवेश कर रहे थे, तो हमारा उद्देश्य स्पष्ट था। भारत को ऊर्जा के क्षेत्र में सुरक्षित कैसे बनाया जाए और हर दो टन खराब गुणवत्ता वाले भारतीय कोयले को ऑस्ट्रेलिया से एक टन उच्च गुणवत्ता वाले कोयले से बदला जाए? हालांकि, गैर सरकारी संगठनों का बड़ा विरोध था और ये लगभग एक दशक तक चला। जबकि अब हमारे पास ऑस्ट्रेलिया में एक वर्ल्ड क्लास ऑपरेशनल खदान है। तथ्य यह है कि 100% इक्विटी फंडिंग ने हमारी ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट से 30 बिलियन डॉलर से अधिक का लोन फाइनेंस छीन लिया है।
20 हजार करोड़ रुपये जुटाने के बाद हमने उन रुपयों को निवेशकों को वापस लौटाने का असाधारण निर्णय लिया
गौतम अदाणी ने जनवरी 2023 में समूह पर शॉर्ट-सेलिंग हमले का भी उदाहरण दिया, उन्होंने बताया, कैसे जब उनका समूह अपनी फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफरिंग लॉन्च करने के लिए तैयारी कर रहा था। तब उन पर यह दोहरी मार पड़ी थी, पहला उनकी वित्तीय स्थिरता को निशाना बनाया गया और दूसरा उनके नाम पर राजनीतिक विवाद खड़ा किया गया। लेकिन विपरीत परिस्थितियों में भी हमारे सिद्धांतों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता मजबूत बनी रही। भारत के अब तक के सबसे बड़े एफपीओ से सफलतापूर्वक 20 हजार करोड़ रुपये जुटाने के बाद हमने उन रुपयों को निवेशकों को वापस लौटाने का असाधारण निर्णय लिया। इसके बाद हमने कई अंतरराष्ट्रीय स्रोतों से पूंजी जुटाकर और सक्रिय रूप से अपने ऋण-ईबीआईटीडीए अनुपात को 2.5 गुना से कम करके ग्लोबल इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में एक अविश्वसनीय मीट्रिक पेश किया।
आप जितने साहसी होंगे, दुनिया आपको उतना ही अधिक परखेगी
गौतम अडानी ने कहा कि यूएस डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस मामले में तथ्य यह है कि बहुत सारी एकतरफा रिपोर्टिंग के बावजूद, अडानी पक्ष के किसी भी व्यक्ति पर एफसीपीए के उल्लंघन या न्याय में बाधा डालने की किसी साजिश का आरोप नहीं लगाया गया है। फिर भी, आज की दुनिया में नकारात्मकता तेजी से फैलती है। उन्होंने कहा इन वर्षों में मैं यह स्वीकार करता आया हूं कि जिन बाधाओं का हम सामना करते हैं, वे आगे होने की कीमत हैं। आपके सपने जितने साहसी होंगे, दुनिया आपको उतना ही अधिक परखेगी। लेकिन, आपको आगे बढ़ने, यथास्थिति को चुनौती देने और एक ऐसा रास्ता बनाने का साहस मिलना चाहिए जिसमें आपकी कौई मदद नहीं करेगा। पायनियरिंग करने का अर्थ है अज्ञात को अपनाना, सीमाओं को तोड़ना और अपने दृष्टिकोण पर तब भी विश्वास करना जब दुनिया इसे अभी तक नहीं देख पाई हो।
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डायमंड कट एंड पॉलिशिंग का करीब 26.5% शेयर इंडिया में है
आगे आंकड़ें बताते हुए गौतम अडानी ने बताया कि इंडिया में दुनियाभर के डायमंड कट एंड पॉलिशिंग का करीब 26.5% शेयर है। इसी तरह सिल्वर ज्वैलरी का इंडिया में दुनिया का 30% शेयर है, लेकिन इंडिया में इस काम पर आने वाला खर्च काफी ज्यादा है, जिससे हमारा मुनाफा कम हो रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें कुछ मजबूत कदम उठाने की जरूरत है। हमें इस बिजनेस में बनें रहने के लिए नई तकनीक अपनानी होंगी। इस काम में पारदर्शिता बढ़ानी होगी। उन्होंने कहा कि इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी बिजनेस में ग्लोबल क्राउन का एक रत्न है।
अमेरिका के कथित रिश्वतखोरी के आरोपों को सिरे से खारिज किया
अमेरिका कानून विभाग द्वारा लगाए आरोपों पर गौतम अडानी ने कहा कि इस तरह के आरोप ग्रुप के लिए नए नहीं हैं। लेकिन हर बार ग्रुप पहले से अधिक मजबूती के साथ लौटा है। उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वह लीगल तरीके से इन आरोपों से निपटेंगे और अपने स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने किसी का नाम नहीं लेते हुए कहा कि अडानी ग्रुप पर कई बार कुछ लोगों ने अपने निजी स्वार्थ और राजनीतिक फायदे के लिए फाइनेंशियल स्ट्राइक की और आरोप लगाए। लेकिन इस तरह के आरोप ग्रुप के लिए मीन का पत्थर साबित हुए और कंपनी ने ग्लोबल वर्ल्ड में हर बार नई और ऊंची छलांग लगाई।
लेगसी और सस्टेनेबिलिटी के साथ आगे बढ़ना होगा
अमेरिका न्याय विभाग द्वारा लगाए आरोपों पर गौतम अडानी ने कहा कि इस पूरे मामले में भ्रामक रिपोर्टिंग हुई है, डील के दौरान कंपनी की तरफ से कोई पेचीदगी नहीं पेश की गई है। उन्होंने कहा कि नकारात्मकता तेजी से फैलती है। हमारे विकास के रास्ते बाधा डालने की कोशिश पहले भी होती रही है, लेकिन उनसे ऊपर उठने, बाधा डालने वालों को चुनौती देने और अपने रास्ते बनाने में हम कामयाब रहे हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य युवाओं का है, वह नए-नए आइडिया लेकर आ रहे हैं और पुरानी सोच से आगे बढ़ रहे हैं । हमें परंपरा के बदलाव के साथ नए इनोवेशन,लेगसी के साथ सस्टेनेबिलिटी के साथ आगे बढ़ना होगा।
लैब में बने डायमंड साइंटिफिक इनोवेशन पर दिया जोर
गौतम अडानी ने अपने संबोधिन में भारत की अर्थव्यवस्था और वैश्विक प्रतिष्ठा को आकार देने में रत्न एवं आभूषण उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ज्वेलरी इंडस्ट्री एक पावर हाउस है, जो करीब 50 लाख लोगों को रोजगार देती है। उन्होंने ज्वैलरी एक्सपोर्ट में आई 14% की गिरावट पर चिंता जताई और लैब में बने डायमंड साइंटिफिक इनोवेशन जैसे मुद्दों पर प्रकाश डाला। गौतम अडानी ने 51वें इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी अवॉर्ड्स शो में आए सभी अवॉर्डी को बधाई दी। बता दें कार्यक्रम में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा समेत अन्य गणमान्य लोग भी शामिल हुए।
पहले भी हो चुका है विरोध
गौतम अडानी ने कहा कि इससे पहले भी साल 2010 में ऑस्ट्रेलिया में जब कंपनी ने गोल्ड माइनिंग का काम शुरू हुआ था तब एक एनजीओ ने इसका विरोध किया था। लेकिन आज वह वहां वर्ल्ड क्लास ऑपरेटर हैं। इसी तरह दूसरी बार पिछले साल जनवरी में जब उनकी कंपनी का आईपीओ आ रहा था तब बड़े स्तर पर हमले हुए और कंपनी की नुकसान पहुंचाया गया। इसके साथ ही पिछले साल का हमारा फाइनेंशियल रिजल्ट बताता है कि हम कितने कामयाब रहे हैं।
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