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Gold Jewelery में इन्वेस्ट करने के हैं 4 नुकसान, खरीदने से पहले जरूर जान लें

Gold Investment Tips : क्या आप भी ऐसा सोचते हैं कि गोल्ड में अगर इन्वेस्ट करना है तो ज्वैलरी खरीदना सही है, तो आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इन्वेस्टमेंट का ये सही तरीका नहीं है। आइये जानते हैं क्यों...
01:08 PM Mar 14, 2024 IST | Sameer Saini
gold jewelery में इन्वेस्ट करने के हैं 4 नुकसान  खरीदने से पहले जरूर जान लें

Gold Investment Tips: क्या आप भी गोल्ड में इन्वेस्ट करने का सोच रहे हैं तो जरा रुक जाइए क्योंकि फिजिकल गोल्ड में इन्वेस्ट करना सही नहीं है। ऐसा हमारा नहीं बल्कि कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है। गोल्ड में इन्वेस्ट करना भले ही आज भारतियों में इन्वेस्टमेंट का काफी पॉपुलर तरीका बन गया है। यही वजह है कि हिंदुस्तान के पास दुनिया के 11% गोल्ड रिजर्व्स हैं मतलब पुरी दुनिया में जितना गोल्ड है उसका 11% हिंदुस्तान के लोगों ने खरीदा हुआ है। हाल ही में सामने आई फोर्ब्स कि एक रिपोर्ट के मुताबिक टॉप-10 लिस्ट में भारत 800.78 टन गोल्ड रिजर्व के साथ नौवें स्थान पर है लेकिन क्या आप जानते हैं फिजिकल गोल्ड में इन्वेस्ट करने के 4 नुकसान हैं आज हम आपको इसी के बारे में विस्तार से बताएंगे। हालांकि इससे पहले इसके कुछ फायदे जान लेते हैं।

फिजिकल Gold में इन्वेस्ट करने के फायदे

फायदों की बात करें तो गोल्ड में ज्वैलरी को खरीद कर भी आप एक तरह से इन्वेस्ट कर रहे हैं। सोने में इन्वेस्टमेंट मुश्किल वक्त में काफी मददगार हो सकती है। यही वजह है कि लोग फिजिकल Gold में इन्वेस्ट करते हैं। खास बात यह है कि इससे आप इन्वेस्टमेंट तो कर ही रहे हैं साथ ही शादियों में बप्पी लहरी बनकर भी घूम सकते हैं लेकिन इसके कुछ नुकसान भी है चलिए अब इन पर भी नजर डालते हैं...

मेकिंग चार्ज

आप जब सोना को ज्वैलरी के फॉर्म में खरीदते हैं तो आपको करीब 10% मेकिंग चार्ज देना पड़ता है, जो की ज्वैलरी बनाने के लिए ज्वैलर की जेब में जाता है। ये आपकी इन्वेस्टमेंट की तरफ नहीं जाता है। कहीं न कहीं अगर इन्वेस्टमेंट की तरह से देखें तो आप एक्स्ट्रा 10% दे रहे हैं जबकि आपका मकसद सिर्फ इन्वेस्ट करना है।

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GST  

दूसरा जब भी आप ज्वैलरी खरीदते हैं तो आपको उस पर 3% जीएसटी देना पड़ता है। अगर आपके पास कोई जीएसटी इनपुट नहीं है तो आप फिर से ज्वैलरी में इन्वेस्ट करके ज्यादा खर्च कर रहे हैं जो इन्वेस्टमेंट का सही तरीका नहीं है।

स्टोरेज की समस्या

तीसरा अगर आप बहुत सारा सोना खरीद लेंगे ज्वैलरी के फॉर्म में तो उसे आपको कहीं न कहीं स्टोर करना पड़ेगा तो आप बैंक का लॉकर खरीदेंगे या कहीं घर में कोई तिजोरी में रखेंगे। घर में बहुत सारी ज्वैलरी होगी तो चोरी होने का भी डर हमेशा मन में बना रहेगा।

गोल्ड प्योरिटी

अगर आपका कोई फैमिली ज्वैलर नहीं है तो जहां से आप सोने को खरीद रहे हैं क्या आपको वो खरा सोना दे रहा है या क्या आपको वो हॉलमार्क वाला गोल्ड दे रहा है इस बात की चिंता भी हमेशा बनी रहती है। इसलिए एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन्वेस्टमेंट के लिए कभी भी फिजिकल गोल्ड पर खर्च न करें। इसकी जगह आप हमेशा गोल्ड ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड), गोल्ड फंड या डिजिटल गोल्ड में इन्वेस्ट करें।

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