सेंसेक्स और चांदी में से कौन बनेगा सबसे पहले 'लखपति'? निवेश करने से पहले इन 5 बातों को जान लें
Who will Reach 100000 mark between Sensex and Silver : देश में निवेशक के सोर्स तेजी से बढ़ रहे हैं। इसमें शेयर मार्केट से लेकर सोना, चांदी, प्रॉपर्टी आदि शामिल हैं। पिछले कुछ समय से सेंसेक्स और चांदी तेजी से बढ़ रहे हैं। सेंसेक्स जहां अभी करीब 77 हजार (76,992.77) पर है तो वहीं चांदी 91 हजार रुपये किलो है। यहां दोनों के बीच में करीब 14 हजार अंकों का गैप है, लेकिन पिछले कुछ समय में सेंसेक्स की स्पीड चांदी के मुकाबले ज्यादा रही है। वहीं इस महीने चांदी ने निवेशकों को रिटर्न के मामले में निराश किया है। अगर पिछले कुछ सालों की दोनों की रफ्तार देखें तो वह समय दूर नहीं है जब ये एक लाख पर पहुंच जाएंगे। यानी सेंसेक्स एक लाख का आंकड़ा छू लेगा और चांदी एक लाख रुपये प्रति किलो की कीमत पर पहुंच जाएगी।
ऐसी रही है सेंसेक्स की रफ्तार
सेंसेक्स की शुरुआत जनवरी 1986 में हुई थी। इसे 1000 अंक पहुंचने में 4 साल से ज्यादा का समय लगा था। वहीं 10 हजार का आंकड़ा पार करने में इसे 20 साल लग गए थे। इसके बाद इसने रफ्तार पकड़ी और दिसंबर 2007 में यह 20 हजार का आंकड़ा पार गया था। यानी 10 हजार से 20 हजार तब आने में इसे करीब 2 साल ही लगे। साल 2008 में लेहमन ब्रदर्स बैंक के दिवालिया होने के कारण दुनियाभर में मंदी आई। इसका असर शेयर मार्केट पर भी पड़ा और मार्केट जनवरी 2009 में 10 हजार से नीचे आ गई। इसके बाद मार्केट में फिर सुधार आया और मात्र 10 साल में यह 41 हजार का आंकड़ा पार गया। हालांकि कोरोना के समय मार्केट में फिर गिरावट आई और यह करीब 27 हजार पर आ गया। अब 4 साल में शेयर मार्केट करीब 27 हजार से करीब 77 हजार पर आ गई है।
इस रफ्तार से बढ़ा सेंसेक्स
सेंसेक्स से रिटर्न की बात करें तो पिछले 20 साल में सेंसेक्स ने करीब 1500 फीसदी रिटर्न दिया है। जून 2004 में सेंसेक्स करीब 4700 अंकों पर था जो अब करीब 77 हजार पर पहुंच गया है। वहीं अगर हर 5 साल में मिले रिटर्न की बात करें तो यह इस प्रकार रहा:
जून 2024 : 98 फीसदी
जून 2019 : 56 फीसदी
जून 2014 : 67 फीसदी
जून 2009 : 220 फीसदी
जून 2004 : 18 फीसदी (जून 1999 के मुकाबले)
सेंसेक्स कब पहुंचेगा एक लाख अंक पर?
पिछले 20 साल में सेंसेक्स ने औसतन 21 फीसदी का सालाना रिटर्न दिया है। बात अगर पिछले 5 साल की करें तो सेंसेक्स ने औसतन 19.6 फीसदी का रिटर्न दिया है। अगर सेंसेक्स की रफ्तार यही रहती है तो अगले करीब डेढ़ साल में सेंसेक्स एक लाख का जादूई आंकड़ा पार कर लेगा।
अब बात चांदी की
अगर चांदी से मिले रिटर्न की बात करें तो यह भी बहुत जल्दी एक लाख रुपये प्रति किलो का आंकड़ा पार कर सकती है। अभी चांदी की कीमत करीब 91 हजार रुपये प्रति किलो है। पिछले 5 साल में चांदी की कीमत इस प्रकार रही:
साल | कीमत | सालाना रिटर्न |
जून 2024 | 91,000 रुपये | 26 फीसदी |
जून 2023 | 71,900 रुपये | 17 फीसदी |
जून 2022 | 61,203 रुपये | -10 फीसदी |
जून 2021 | 67,900 रुपये | 38 फीसदी |
जून 2020 | 49,330 रुपये | 30 फीसदी |
चांदी कब पहुंचेगी एक लाख रुपये पर
चांदी ने करीब 20 फीसदी सालाना रिटर्न दिया है। अगर चांदी की यही रफ्तार रहती है तो यह करीब 6 महीने में ही एक लाख रुपये प्रति किलो पहुंच जाएगी। हालांकि इस महीने शेयर और चांदी में बाजी शेयर के हाथ लगी है। वहीं चांदी अब इंडस्ट्री की मेटल बन गई है। ऐसे में अनुमान जता सकते हैं कि एक लाख के आंकड़े पर शेयर के मुकाबले चांदी पहले पहुंच जाएगी।
निवेश से पहले ये 5 बातें ध्यान रखें
- पूरी रकम किसी एक जगह न लगाएं। निवेश करने वाली रकम को अलग-अलग स्कीम में निवेश करें।
- यह न सोचें कि अभी जो रिटर्न है वह आगे भी जारी रहेगा। चांदी या सेंसेक्स, ये गिर भी सकते हैं और बढ़ भी सकते हैं।
- सेंसेक्स में निवेश करते समय जिनपर कोई कर्ज नहीं है। और अगर है भी तो बहुत कम।
- ऐसी कंपनियों के शेयर चुनें जिनकी डिमांड हमेशा रहती है या आने वाले समय में बढ़ेगी। जैसे एनर्जी, EV, AI आदि से जुड़ी कंपनियां।
- चांदी में निवेश कर रहे हैं तो कॉइन या बिस्कुट में निवेश करें। ज्वेलरी खरीदने से बचें।
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