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Stock Market Crash: 7 लाख करोड़ स्वाहा...ये हैं स्टॉक मार्केट क्रैश होने की 3 बड़ी वजह

Stock Market Crash: शेयर मार्केट में इन दिनों जबरदस्त गिरावट देखने को मिल रही है। आज निवेशकों के 7 लाख करोड़ स्वाहा हो चुके हैं। चलिए जानें इस गिरावट की वजह क्या है।
12:41 PM Nov 04, 2024 IST | Sameer Saini
stock market crash  7 लाख करोड़ स्वाहा   ये हैं स्टॉक मार्केट क्रैश होने की 3 बड़ी वजह

Stock Market Crash: जहां दीवाली के अवसर पर शेयर मार्केट में स्पेशल सेशन यानी मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन तेजी देखने को मिली थी, तो वहीं आज यानी 4 नवंबर को शेयर बाजार में चौतरफा बिकवाली देखी जा रही है। सुबह 12:30 बजे तक सेंसेक्स 1,250 अंक की गिरावट के साथ 78,465 पर कारोबार कर रहा है।

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वहीं, एनएसई निफ्टी भी 417 अंक टूटकर 23,885 अंक पर ट्रेड कर रहा है। इस बड़ी गिरावट के चलते निवेशकों को आज अब तक करीब 7 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है, जबकि अक्टूबर महीने में करीब 30 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति डूब चुकी है। आइए समझते हैं कि इस गिरावट की मुख्य वजहें क्या हैं और आगे बाजार में क्या रुझान हो सकता है।

Sensex और Nifty50 में गिरावट की 3 वजह

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव

अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच आगामी चुनाव ने वैश्विक बाजार में अस्थिरता पैदा की है। इलेक्शन रिजल्ट्स का असर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियों और ब्याज दरों पर पड़ सकता है, जो भारतीय बाजारों को भी एफेक्ट कर सकता है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वी. के. विजयकुमार के अनुसार, अमेरिकी चुनाव के परिणामों को लेकर बाजार में निकट भविष्य में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।

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फेडरल रिजर्व की बैठक

7 नवंबर को अमेरिकी फेडरल रिजर्व पॉलिसी मीटिंग होने वाली है। इस बैठक में संभावित ब्याज दरों में बदलाव को लेकर संशय ने इन्वेस्टर्स को बेचैन कर दिया है, जिससे बाजार पर दबाव बना हुआ है। अगर ब्याज दरों में कटौती की संभावना बढ़ती है तो इससे इन्वेस्टर्स का व्यवहार बदल सकता है।

दूसरी तिमाही के कमजोर नतीजे

दूसरी तिमाही में कई दिग्गज कंपनियों के परिणाम खराब रहे हैं, जिससे बाजार में नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। विश्लेषकों का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025 में निफ्टी की प्रति शेयर आय (EPS) वृद्धि 10% से कम रह सकती है, जिससे अभी की इवैल्यूएशन को बनाए रखना मुश्किल हो जाएगा।

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