90 का सुपरस्टार था बॉलीवुड का ये एक्टर, एक फोन कॉल से कैसे खो गया स्टारडम?
Bollywood Hero Number 1: 90 के दशक की बात हो और बॉलीवुड के हीरो नंबर 1 का नाम न आए ये गुस्ताखी होगी। 'राजा बाबू', 'कूली नंबर 1', 'राजाजी' और 'कुंवारा' जैसी तमाम ब्लॉकबस्टर फिल्में दे चुके गोविंदा का भी एक दौर हुआ करता था। उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कहानी से कम उनके नाम से ज्यादा चलती थीं। तभी तो एक दिन में 70 से ज्यादा फिल्में साइन करने वाले गोविंदा का रिकॉर्ड आजतक कोई नहीं तोड़ पाया है।
गोविंदा को इस मुकाम तक पहुंचाने में सबसे बड़ा हाथ मशहूर फिल्ममेकर डेविड धवन का रहा है। फिर ऐसा क्या हुआ कि अचानक एक फोन कॉल ने हीरो नंबर 1 का करियर तबाह कर दिया? क्यों कभी ब्लॉकबस्टर फिल्में देने वाले गोविंदा आज एक हिट नहीं दे पा रहे हैं। शायद इसलिए उन्होंने फिल्मों से दूरी बना ली है। आइए जानते हैं कि इसके पीछे क्या वजह रही है?
स्टारडम खो चुके गोविंदा
सोशल मीडिया पर सिद्धार्थ कानन का थ्रोबैक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें गोविंदा अपनी पत्नी सुनीता आहूजा के साथ बैठे हुए दिख रहे हैं। इस दौरान गोविंदा ने अपने फिल्मी करियर को लेकर कई सारी बातें की। उन्होंने फिल्म 'राजा बाबू' में शक्ति कपूर के साथ काम करने पर अपना एक्सपीरियंस शेयर किया। गोविंदा ने प्राण, प्रेम चोपड़ा, दिवंगत एक्टर कादर खान, जितेंद्र, अमिताभ बच्चन को हार्ड वर्किंग स्टार बताया।
जाहिर है कि गोविंदा ने इनमें से अधिकतर एक्टर्स के साथ ब्लॉकबस्टर फिल्में दी हैं। कादर खान और सतीश कौशिक के साथ उनकी फिल्में देखना लोग आज भी काफी पसंद करते हैं लेकिन आज गोविंदा अपने स्टारडम को पूरी तरह से खो चुके हैं।
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फोन कॉल से बर्बाद हुआ करियर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गोविंदा का करियर तबाह होने में कहीं न कहीं उनका खुद का हाथ रहा है। ऐसी कई रिपोर्ट्स सामने आईं, जिसमें बताया गया कि एक्टर फिल्मों के सेट पर हमेशा लेट पहुंचते थे। कुछ ने दावा किया कि उनके ऊपर स्टारडम का खुमार हावी हो चुका है। कहा जाता है कि गोविंदा ने एक फोन कॉल की वजह से अपना करियर बर्बाद कर लिया था।
दरअसल, एक इंटरव्यू में गोविंदा ने बताया था कि वो 'चश्मे बद्दूर' फिल्म बनाना चाहते थे लेकिन डेविड धवन ने उस फिल्म को ऋषि कपूर के साथ बनाना शुरू कर दिया। इस बात को लेकर दोनों में थोड़ी नोक-झोंक शुरू हो गई थी।
क्यों हुई डेविड धवन से नोक-झोंक
इंटरव्यू में गोविंदा ने हा था, 'एक बार मैंने अपनी सेक्रेटरी को डेविड धवन के पास भेजा। उस वक्त मैंने उसे फोन को ऑन रखने के लिए कहा था, क्योंकि मैं जानना चाहता था कि डेविड के मन में मेरे लिए क्या चल रहा है? फोन पर मैंने उसे (डेविड) को कहते सुना कि चीची सवाल बहुत पूछने लगा है। मेरा मन नहीं करता है अब कि मैं उसके साथ फिल्में करूं। उसकी ये बात मुझे काफी बुरी लगी थी।' गोविंदा ने आगे कहा था कि उन्होंने एक दिन डेविड धवन को फोन करके कहा था कि वो उनकी फिल्म में गेस्ट अपीयरेंस करना चाहते हैं लेकिन उसके बाद से डेविड धवन का दोबारा कॉल नहीं आया। यहीं से दोनों के बीच में दूरियां बन गईं।
डेविड धवन का साथ छूटते ही गोविंदा का करियर बर्बादी की तरफ बढ़ने लगा। आलम ये है कि आज एक्टर के पास कोई बड़ी फिल्म नहीं है। हालांकि कुछ साल पहले गोविंदा ने 'किल दिल' और 'फ्राई डे' जैसी कुछ गिनी-चुनी फिल्में की लेकिन वो भी बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से फ्लॉप रहीं।