कपूर खानदान का वो बेटा जिसकी फिल्मों में कभी नहीं गली दाल, ना मिला लीड रोल, ना Raj Kapoor ने दिया काम
Most unsuccessful actor of Kapoor family: बॉलीवुड का कपूर परिवार जिनमें एक से बढ़कर एक महारथी हैं। ये फैमिली हमेशा चर्चाओं में रहती है। इस परिवार ने न सिर्फ भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को कई सुपरस्टार्स दिए हैं, बल्कि एक से बढ़कर एक हिट फिल्में भी दी हैं। राज कपूर से लेकर रणबीर कपूर तक, कपूर परिवार का हर सदस्य अपने फिल्मी सफर में शानदार रहा है। लेकिन इस परिवार के एक सदस्य ऐसे भी रहे हैं, जिन्होंने अपने पूरे करियर में कभी सफलता नहीं पाई, जो दूसरे कपूर परिवार के सदस्य हासिल कर पाए।
रविंद्र कपूर को कभी नहीं मिला लीड रोल
ये कहानी है अभिनेता रविंद्र कपूर की, जो पृथ्वीराज कपूर के कजिन थे और जिनका फिल्मी करियर कभी सफल नहीं हो पाया। रविंद्र कमल कपूर के भाई थे और फिल्म इंडस्ट्री में उन्होंने बहुत जल्दी कदम रख दिया था लेकिन फिर भी वो कभी बड़े स्टार नहीं बन पाए। उनके बारे में शायद ही बहुत लोग जानते हों, क्योंकि उनके अभिनय की कभी वो पहचान नहीं बन पाई, जिसकी उम्मीद की जा रही थी।
'कारवां' में किया था फेमस रोल
रविंद्र कपूर ने अपने करियर की शुरुआत बॉलीवुड से की थी। लेकिन वो कभी भी वह बड़ा मौका नहीं पा सके जो उनके परिवार के दूसरे सदस्य पा चुके थे। उन्होंने कई फिल्मों में सपोर्टिंग रोल्स निभाए, लेकिन कभी भी उन्हें किसी बड़ी फिल्म में मुख्य भूमिका नहीं मिली। उनके सबसे फेमस रोल में से एक 'कारवां' फिल्म में था, जिसमें उन्होंने जितेंद्र के दोस्त का किरदार निभाया था। हालांकि, ये फिल्म भी उनकी अलग पहचान बना नहीं पाई थी।
रविंद्र कपूर ने बॉलीवुड से पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री का भी रुख किया जहां उन्होंने कुछ हिट फिल्मों में काम किया। फिल्म 'चम्बे दी कली' जैसी फिल्मों में उनका काम काफी सराहा गया, लेकिन बॉलीवुड से उनका जुड़ाव कभी नहीं टूटा। हालांकि, वो हमेशा सपोर्टिंग और छोटे-छोटे रोल्स ही करते रहे, जिनसे उन्हें ज्यादा पहचान नहीं मिली।
रविंद्र कपूर का फिल्मी सफर
ये भी कहा जाता है कि राज कपूर, जो खुद बॉलीवुड के दिग्गज थे उन्होंने कभी अपने भतीजे रविंद्र कपूर को अपनी फिल्मों में कास्ट नहीं किया। जबकि उनके भाई कमल कपूर को राज कपूर की फिल्मों में जगह मिली थी। राज कपूर की फिल्मों में काम करना किसी भी अभिनेता के लिए गर्व की बात होती, लेकिन रविंद्र कपूर कभी भी इस सम्मान से वंचित रहे।
रविंद्र कपूर का फिल्मी सफर 'कयामत से कयामत तक', 'हम किसी से कम नहीं', 'जो जीता वही सिकंदर' जैसी फिल्मों तक पहुंचा, लेकिन यहां भी उनका रोल उतना प्रभावी नहीं था। उन्होंने 'मनजि्ल मनजिल', 'द बर्निंग ट्रेन' जैसी फिल्मों में भी अभिनय किया, लेकिन इन फिल्मों में भी उनका योगदान सीमित ही रहा।
2011 में रविंद्र कपूर का निधन
रविंद्र कपूर की आखिरी फिल्म 'बेनाम बादशाह' थी। साल 2011 में 70 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। उनकी जिंदगी फिल्म इंडस्ट्री में एक रहस्य बनकर रह गई, जो ये बताती है कि कपूर परिवार का हर सदस्य सफलता के उच्चतम शिखर तक नहीं पहुंच पाता।
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