Explainer: राम मंदिर की डिजाइन और सुंदरता में भी पीएम मोदी का योगदान! कैसे की प्रधानमंत्री ने मदद?
PM Narendra Modi And Ram Mandir's Design : अयोध्या में राम मंदिर के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परिवर्तनकारी दृष्टिकोण दिया था। रामायण के मुख्य कैरेक्टर्स की पहचान करते हुए मंदिर की समावेशी डिजाइन का काम उन्हीं की देख-रेख में हुआ है। बीरीकियों पर ध्यान देने की प्रधानमंत्री की आदत ने मंदिर के सौंदर्य को भी बढ़ाया है।
श्री राम जन्मभूमि मन्दिर के प्रवेश द्वार पर आज गज, सिंह, हनुमान जी और गरुड़ जी की मूर्तियाँ स्थापित की गईं हैं।
ये मूर्तियाँ राजस्थान के ग्राम बंसी पहाड़पुर के हल्के गुलाबी रंग के बलुआ पत्थर से बनी हैं।
Murtis of elephant, lion, Hanuman Ji & Garuda have been installed at the… pic.twitter.com/ACINxlum0p
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) January 4, 2024
रिपोर्ट्स के अनुसार यह पीएम मोदी का ही आइडिया था कि भगवान राम की प्रतिमा के माथे पर सूर्य की किरणें बनाई जाएं क्योंकि वह सूर्यवंशी कुल से थे। इस प्रतिमा का अनावरण इस साल रामनवमी के मौके पर किया जाएगा। मंदिर परिसर के अंदर ही 'सप्त मंडपम' है जो वाल्मीकि, शबरी, अहिल्या, निषादराज और अगस्त्य मुनि को समर्पित हैं।
जानकारी के मुताबिक जून 2021 में कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से जंग के दौरान उन्होंने एजेंसियों को अयोध्या की सीमा का आधुनिकीकरण करने, ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने, अयोध्या रेलवे स्टेशन को अपग्रेड करने और सरयू नदी में क्रूज को लेकर प्रोजेक्ट्स को इंटीग्रेट करने का निर्देश दे दिया था।
500 वर्षों के तप की परिणति।
The Sacred Garbhagriha of Prabhu Shri Ramlalla Sarkar is ready in all its glory to welcome the aaradhya of millions of Ram Bhakts across the world. pic.twitter.com/WWJjWc41va
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) January 8, 2024
अयोध्या-कोरिया संबंध को पहचाना
बताया जाता है कि मंदिर ट्रस्ट के साथ एक बैठक में प्रधानमंत्री आस्था आधारित यात्राओं से ऊपर उठने का अनुरोध भी कर चुके हैं। उन्होंने अयोध्या के आकर्षणों को देखने के लिए यात्रियों को कई दिन का अनुभव दिए जाने की योजना की वकालत की है। कोरिया के साथ अयोध्या के ऐतिहासिक संबंध को देखते हुए पीएम ने सुझाव दिया कि इस संबंध को हाइलाइट करते हुए और मजबूत किया जाए।
मंदिर की मजबूती पर था पूरा ध्यान
रिपोर्ट्स के अनुसार पीएम मोदी का जोर इस बात पर था कि मंदिर इतना मजबूत हो कि कम से कम 1000 साल तक इसे कोई नुकसान न पहुंचे। इससे मंदिर निर्माण समिति को नए आइडिया लाने की ललक जगी। इसके साथ ही पूरे अयोध्या शहर के ट्रांसफॉरमेशन की यात्रा के साथ-साथ इस ऐतिहासिक मंदिर के निर्माण की प्रधानमंत्री मोदी नियमित तौर पर समीक्षा करते रहते थे।
अयोध्या में निर्माणाधीन श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की विशेषताएं:
1. मंदिर परम्परागत नागर शैली में बनाया जा रहा है।
2. मंदिर की लंबाई (पूर्व से पश्चिम) 380 फीट, चौड़ाई 250 फीट तथा ऊंचाई 161 फीट रहेगी।
3. मंदिर तीन मंजिला रहेगा। प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई 20 फीट रहेगी। मंदिर में कुल… pic.twitter.com/BdKNdATqF6
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) January 4, 2024
22 जनवरी को मंदिर का उद्घाटन
बता दें कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होगा। इसमें प्राण प्रतिष्ठा के लिए अनुष्ठानों की शुरुआत हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक विशेष किताब भी लॉन्च की है जिसमें दुनिया भर में भगवान श्री राम पर जारी किए गए टिकटों का कलेक्शन है। इसके अलावा उन्होंने श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर आधारित एक स्मारक डाक टिकट भी लॉन्च किया है।
ये भी पढ़ें: राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त फाइनल
ये भी पढ़ें: 22 जनवरी को ये 5 लोग गर्भगृह में रहेंगे मौजूद
ये भी पढ़ें: अविवाहित लड़कियां भी गुजारा भत्ते की हकदार