Fact Check: क्या मणिशंकर अय्यर की बेटी को मिला सोसायटी खाली करने का आदेश? राम मंदिर पर किया था विवादित पोस्ट
Suranya Aiyar RWA Notice: कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर की बेटी सुरन्या अय्यर इन दिनों चर्चा में हैं। हाल ही में राम मंदिर कार्यक्रम के वक्त उनका बयान चर्चा में रहा। देखते ही देखते उनका पोस्ट वायरल हो गया था। हालांकि इस बीच ये खबर सामने आई कि 'प्राण प्रतिष्ठा' वाली पोस्ट करने के कारण रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) ने उन्हें दिल्ली की जंगपुरा कॉलोनी में अपना मकान खाली करने का आदेश दे दिया है। इस पूरे मामले की सच्चाई क्या है? इसे लेकर खुद सुरन्या अय्यर ने चुप्पी तोड़ी है।
किसी भी तरह का नोटिस नहीं मिला
सुरन्या अय्यर ने दावा किया कि वह उस सोसायटी में रहती ही नहीं हैं, जिसे छोड़ने का दावा किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें किसी भी तरह का कोई नोटिस नहीं मिला है। अपने फेसबुक अकाउंट पर शेयर किए गए एक वीडियो में उन्होंने कहा- " मेरा संबंधित रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन से लेना-देना नहीं है। वह उस कॉलोनी से है जहां मैं नहीं रहती।" उन्होंने कहा- "मुझे नोटिस नहीं मिला है, मैंने केवल इसे किसी पत्रकार से सुना है।"
कथित तौर पर बुधवार को दक्षिण दिल्ली के जंगपुरा रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) ने सुरन्या अय्यर को नोटिस देकर पड़ोस की सोसायटी में जाने के लिए कहा था। आरडब्ल्यूए अध्यक्ष का दावा था कि उनके सोशल मीडिया पोस्ट के संबंध में कॉलोनी के कुछ निवासियों ने एसोसिएशन से संपर्क कर आपत्ति जताई थी। आरडब्ल्यूए ने सुरन्या अय्यर पर लगाया 'नफरत फैलाने वाला भाषण' देने का आरोप लगाया। आरडब्ल्यूए के कदम का बीजेपी ने समर्थन किया है। सुरन्या मानवाधिकार कार्यकर्ता और वकील हैं।
सुरन्या अय्यर ने क्या कहा था?
सुरन्या अय्यर ने अपने बयान में कहा था- अयोध्या में होने वाले कार्यक्रम से पहले दिल्ली का माहौल आध्यात्मिक रूप से जहरीला, हिंदू अंधराष्ट्रवाद के साथ दूषित हुआ है। मैं कार्यक्रम खत्म होने तक तीन दिन तक तक उपवास पर रहूंगी। सुरन्या ने ये भी कहा था कि मैं ये व्रत अपने साथी मुसलमान नागरिकों के प्रति दुख और अपने प्रेम को जाहिर करने के लिए कर रही हूं।
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