कौन है वो मौलवी? जो नूपुर शर्मा समेत हिंदू नेताओं की हत्या का रच रहा था साजिश, पाकिस्तान से है कनेक्शन
Maulvi Sohail Abubakar Arrest (ठाकुर भूपेंद्र सिंह) : गुजरात पुलिस की क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता मिली है। टीम ने सूरत से एक मौलवी को गिरफ्तार किया, जो नूपुर शर्मा समेत कई हिंदू नेताओं की हत्या का साजिश रच रहा था। मौलाना पाकिस्तान, नेपाल और अन्य देशों के लोगों के साथ मिलकर हिंदू नेताओं को जान से मारने की धमकी देता था। आइए जानते हैं कि कौन है मौलवी?
कौन है मौलवी?
गिरफ्तार मौलवी का नाम सोहेल अबुबक्र तिमोल है। वह अपने परिवार के साथ सूरत के कामरेज तालुक में बीहड़ गांव के स्वागत रेजीडेंसी में रहता है। सूरत क्राइम ब्रांच ने गुप्त सूचना के आधार पर इस व्यक्ति को चौक बाजार भरीमाता फूलवाड़ी स्थित आइकरा अपार्टमेंट से गिरफ्तार किया। मौलवी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह लसकाना के डायमंड नगर में एक धागा काटने वाली फैक्ट्री में मैनेजर के पद पर काम करता है। साथ ही वह मुस्लिम बच्चों को निजी तौर पर भी इस्लाम के बारे में पढ़ाता है।
हिंदू संगठन के नेता को मारने की धमकी
मौलवी ने सूरत के हिंदू संगठन के नेता उपदेश राणा को जान से मारने की धमकी दी थी। उपदेश राणा को मारने के लिए पाकिस्तान से हथियार भी मंगवाया गया था और ये हथियार जल्द ही आने वाला था। वो घटना को अंजाम दे पाता, उससे पहले ही क्राइम ब्रांच ने मौलवी गिरफ्तार कर लिया।
ऑनलाइन कोड वर्ड में बात करता था मौलवी
मौलाना पाकिस्तान और नेपाल में बैठे साथियों से ऑनलाइन कोड वर्ड में बात करता था। लूडो जैसे एक गेम में वार्ता होती थी, जिसमें चैटिंग भी होती थी। उसने अवैध तरीके से अंतरराष्ट्रीय सिम कार्ड हासिल किया और वह मोबाइल में व्हाट्सएप बिजनेस एक्टिव कर हिंदू नेताओं को धमकी दे रहा था। वह ISMO हैदराबाद के हिंदू नेता राज सिंह, पत्रकार सुरेश चौहान और नूपुर शर्मा की हत्या की साजिश रच रहा था।
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उपदेश राणा को मारने के लिए पाकिस्तान से मंगा रहा था हथियार
मौलाना की मोबाइल चैट से पुलिस को पता चला है कि उपदेश राणा की हत्या के लिए पाकिस्तान से बंदूक मंगाने की तलाश की जा रही थी और मौलवी ने कहा था कि इसे जल्द ही पाकिस्तान से भेजा जाए। पुलिस ने देखा है कि इस घटना को अंजाम देने के लिए किसी को एक करोड़ रुपये देने की भी बात हुई थी, इसलिए सूरत पुलिस द्वारा अन्य जांच एजेंसियों की भी मदद ली जाएगी।
हिंदू धर्म के बारे में करता था अश्लील कमेंट
मौलवी दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक दुश्मनी फैलाने के इरादे से अपने ग्रुप में सोशल मीडिया के माध्यम से भारत के राष्ट्रीय ध्वज की तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ करता था और हिंदू धर्म के बारे में पोस्ट या वीडियो पर अश्लीलता का इस्तेमाल करता था। उसने अपने सोशल मीडिया ग्रुप में 6 दिसंबर को ब्लैक डे पर कमेंट की तस्वीरें और हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरों को घिनौने तरीके से मॉर्फ करके पोस्ट किया था। उसने एक विदेशी हैंडलर से हथियार भी मंगवाए थे, जिसमें ये मौलाना पाकिस्तान, वियतनाम, इंडोनेशिया, कजाकिस्तान और लाओस समेत कई देशों के लोगों के संपर्क में था।
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मौलवी के मोबाइल फोन की जांच कर रही पुलिस
कमिश्नर सूरत अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि मौलवी के पास से एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है। इस मोबाइल में किस तरह से अलग-अलग एप्लीकेशन का इस्तेमाल किया गया, पुलिस इसकी जांच कर रही है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि यह मौलवी दूसरे देशों के लोगों से किस भाषा में बात करता था। आरोपी ने सूरत के उपदेश को धक्कन नाम दिया था और वह इसी धक्कन नाम से बातचीत करता था। किसी को शक न हो और सोशल मीडिया के जरिए पकड़े न जाएं, इसके लिए ये सभी लोग लूडो जैसा गेम खेलने के बहाने इकट्ठा होते थे, जिसमें चैटिंग का भी विकल्प होता है और फिर चर्चा करते थे कि कैसे वारदात को अंजाम देना है।