'दिल्ली बॉर्डर पर 13 महीने तक किसानों की सेवा की', कंगना रनौत पर क्या बोले अरविंद केजरीवाल?
Haryana Assembly Election 2024 : हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत तेज हो गई है। राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेता चुनावी मैदान में उतर गए और जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। चुनावी हलचल के बीच बॉलीवुड एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने तीनों कृषि कानून को फिर से लागू करने की बात कही, जिससे विपक्ष को बड़ा मुद्दा मिल गया। इसे लेकर दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने पलटवार किया।
'सीमा पर 13 महीने तक किसानों की सेवा की'
आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को रोहतक के मेहम विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वे एक चेतावनी देना चाहते हैं। जब किसान आंदोलन हुआ था, तब आपके परिवार और घर से कोई न कोई दिल्ली बॉर्डर पर आया था। इस दौरान उन्होंने 13 महीने तक सीमा पर बैठे किसानों की सेवा की थी। वे खाना और पानी के लिए जल बोर्ड के टैंकर भेजे थे। आखिरकार जब पीएम मोदी को लगा कि वे चुनाव हार जाएंगे तो उन्होंने तीनों कानून वापस ले लिए।
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#WATCH | Rohtak, Haryana: Addressing a public rally in Meham constituency, AAP National Convenor and former Delhi CM Arvind Kejriwal says, "I want to give a warning. When the farmer's agitation was going on, members of your family reached the Delhi border. I served you for 13… pic.twitter.com/KjpkzPxHqT
— ANI (@ANI) September 25, 2024
कंगना रनौत- ML खट्टर पर साधा निशाना
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि तीनों कृषि कानूनों को लेकर फिर उनकी (BJP) मंशा खराब हो रही है। भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों को फिर से लागू किया जाना चाहिए। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि शंभू बॉर्डर पर बैठे लोग 'नकली किसान' हैं। इस बार ऐसा बटन दबाना कि खट्टर साहब को लगे कि वे असली खट्टर नहीं, बल्कि 'नकली खट्टर' हैं। ऐसा बटन दबाना कि वो दोबारा तीनों कृषि कानूनों को लाने की बात न करें।
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विपक्ष को मिला बड़ा मुद्दा
आपको बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रही हैं। वोटरों को साधने के लिए तरह-तरह के वादे किए जा रहे हैं। चुनाव में एक बार फिर कृषि कानून का मुद्दा सामने आ गया। कंगना रनौत के कृषि कानून लागू करने वाले बयान ने भाजपा के लिए मुश्किल बढ़ा दी और विपक्ष को बड़ा मुद्दा दे दिया।