Bhupinder Singh Hooda Vidhansabha Seat Result Live Updates: गढ़ी सांपला किलोई से हुड्डा 70 हजार वोटों से जीते
LIVE Garhi Sampla Kiloi Vidhan sabha Election Result 2024 Vote Counting News Updates: रोहतक की गढ़ी सांपला-किलोई चर्चित हॉट सीट रही है। गढ़ी सांपला किलोई से कांग्रेस प्रत्याशी भूपेंद्र सिंह हुड्डा जीत गए हैं। भाजपा की मंजू हुड्डा को 70626 वोटों से हराया। यहां से कांग्रेस के टिकट पर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और बीजेपी के टिकट पर मंजू हुड्डा मैदान में उतरी थीं। कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा यहां से चार बार लगातार पहले विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। इससे पहले परिसीमन में भी एक बार वे जीत दर्ज कर चुके हैं। JJP-ASP गठबंधन ने यहां से सुशीला देसवाल पर दांव खेला था। वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) ने यहां से परवीन गुसाखानी और INLD-BSP ने कृष्ण को मैदान में उतारा था।
2009 में परिसीमन हुआ था। जिसके बाद किलोई सीट गढ़ी सांपला-किलोई बन गई। इस सीट पर अभी तक तीन बार चुनाव हो चुके हैं। तीनों चुनाव चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जीते। 2019 की बात करें तो हुड्डा को 97755 वोट मिले थे। वहीं, बीजेपी के सतीश नांदल 39443 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। 2014 के चुनाव में हुड्डा को 80693 वोट मिले थे। जबकि इनेलो के सतीश नांदल को 33508 वोट मिले थे। इस सीट पर पहली बार 1967 में चुनाव हुए थे। जिसमें निर्दलीय प्रत्याशी महंत श्रेयोनाथ की जीत हुई थी। 1968 में यहां से कांग्रेस के रणबीर सिंह हुड्डा ने जीत हासिल की। 1972 में फिर महंत श्रेयोनाथ की जीत हुई। 1977 और 1982 में यहां से जनता पार्टी जीती। हरिचंद हुड्डा दो बार विधायक चुने गए।
1987 में फिर यहां से लोकदल के टिकट पर श्रीकृष्ण हुड्डा चुनाव जीते। 1991 में कांग्रेस के कृष्णमूर्ति हुड्डा को जीत हासिल हुई। 1996 का चुनाव समता पार्टी के कृष्ण हुड्डा ने जीता। इसके बाद 2000 के चुनाव में भूपेंद्र सिंह हुड्डा यहां से विधायक बने। 2004 में कांग्रेस के टिकट पर श्रीकृष्ण हुड्डा ने जीत हासिल की। लेकिन भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सीएम बनने के बाद उन्होंने इस सीट को खाली कर दिया। 2005 में उपचुनाव हुआ और यहां से भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जीत हासिल की। इसके बाद से यहां से भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 2009, 2014 और 2019 में जबरदस्त जीत हासिल की। गढ़ी सांपला-किलोई विधानसभा इलाका जाट बहुल है। यहां लगभग सवा दो लाख वोटर्स हैं, आधे वोट जाटों के हैं।