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अब नहीं झेलना होगा इंसुल‍िन के इंजेक्‍शन का दर्द, वैज्ञान‍िकों ने कर द‍िया डायबिटीज का इलाज!

Diabetes Treatment: ब्लड शुगर से पीड़ितों के लिए एक गुड न्यूज सामने आई है। डायबिटीज का ट्रीटमेंट अब काफी आसान हो जाएगा। चीनी वैज्ञानिकों को इसमें बड़ी सफलता मिली है। आइए जान लेते हैं क्या है ये रिसर्च..
01:54 PM May 27, 2024 IST | Deepti Sharma
अब नहीं झेलना होगा इंसुल‍िन के इंजेक्‍शन का दर्द  वैज्ञान‍िकों ने कर द‍िया डायबिटीज का इलाज
मधुमेह का इलाज Image Credit: Freepik

Diabetes Treatment: इन दिनों डायबिटीज की बीमारी तेजी से बढ़ रही है। अन हेल्दी डाइट और अच्छी लाइफ स्टाइल न होने के चलते कई लोग इस बीमारी का सामना करते हैं। इसी बीच डायबिटीज मरीजों के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी सामने आई है। चीनी वैज्ञानिकों को एक बड़ी सफलता मिली है। दरअसल, चीनी वैज्ञानिकों ने सेल थेरेपी का इस्तेमाल करके एक मरीज के डायबिटीज को सफलतापूर्वक ठीक कर दिया है।

केवल ग्यारह सप्ताह बाद, वह बाहरी इंसुलिन पर निर्भर नहीं रहे, और अगले साल, उन्होंने धीरे-धीरे कम कर दिया और फिर अपने ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने के लिए ओरल मेडिसिन लेना पूरी तरह से बंद कर दिया। प्रमुख रिसर्चर में से एक, यिन ने बताया कि परीक्षाओं से पता चला कि मरीज के पेनक्रियाटिक आइलेट फंक्शन को प्रभावी ढंग से बहाल किया गया था और अब मरीज 33 महीने से इंसुलिन-फ्री है।

यह सफलता डायबिटीज के लिए सेल थेरेपी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतिनिधित्व करती है। ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय में सेलुलर और शारीरिक विज्ञान विभाग के प्रोफेसर टिमोथी किफर ने स्टडी की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि यह अध्ययन स्टडी के लिए सेल थेरेपी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतिनिधित्व करता है।

चीनी टीम द्वारा विकसित नई थेरेपी में मरीज की अपनी Peripheral Blood Mononuclear Cells की प्रोग्रामिंग शामिल थी। इन सेल्स को सीड सेल्स में बदल दिया गया और आर्टिफिशियल वातावरण में पेनक्रियाटिक आइलेट टिश्यू को फिर से बनाने के लिए यूज किया गया। एससीएमपी रिपोर्ट में कहा गया है कि यह नया इनोवेशन शरीर की रिजेनरेटिव कैपेसिटी का यूज करता है, जो एक रिजेनरेटिव मेडिसिन (टिश्यू और अंगों को विकसित करने के लिए यूज होता है) के रूप में जाना जाता है।

यह तकनीक पूरी तरह तैयार हो गई है और इसने डायबिटीज के इलाज के लिए रिजेनरेटिव ट्रीटमेंट के क्षेत्र में आगे बढ़ाया है। डायबिटीज रोगियों की सबसे ज्यादा संख्या वाले चीन को हेल्थ केयर के भारी बोझ का सामना करना पड़ता है। अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह महासंघ (International Diabetes Federation) के अनुसार, चीन में 140 मिलियन लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं, जिनमें से 40 मिलियन लोग आजीवन इंसुलिन इंजेक्शन पर डिपेंड हैं। यह नई सेल थेरेपी इस बीमारी को काफी हद तक कम कर सकती है।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है। 

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