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आधी रात को सोने की आदत सेहत के लिए खतरनाक, न संभले तो पड़ जाएंगे लेने के देने

Sleeping Habits: आजकल लोगों की सोने-जागने की आदतें इतनी बिगड़ गई हैं कि लोग सोते टाइम जागते हैं और जगने के समय सोते हैं। आधी रात को सोना तो फैशन बन गया है। मगर क्या आप जानते हैं, ऐसा करना कितना हानिकारक हो सकता है?
11:55 AM Dec 03, 2024 IST | Namrata Mohanty
आधी रात को सोने की आदत सेहत के लिए खतरनाक  न संभले तो पड़ जाएंगे लेने के देने
Sleeping Habits

Sleeping Habits: आधी रात तक न सोना आज के दौर के लोगों यानी कि युवाओं की पहली पसंद की तरह बन गया है। शायद ऐसा करना इन लोगों के लिए अट्रेक्टिव या कूल होगा, मगर क्या आप जानते हैं समय पर सोना कितना जरूरी है और आधी रात में सोना कितना ज्यादा खतरनाक? अगर नहीं, तो इस रिपोर्ट को जरूर पढ़ लीजिए। दरअसल, अब का यूथ सुबह 9 से 7 बजे तक व्यस्त ही रहता है। ऐसे में उन्हें खुद के लिए जो समय मिलता है, वह रात का ही होता है। इस समय लोग अधिकांश मोबाइल फोन पर समय बिताते हैं या बाहर पार्टी करके आते हैं और फिर सोते हैं। चलिए समझते हैं आधी रात को सोने की यह आदत आपके शरीर के लिए कितनी खतरनाक है।

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क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

द इंडियन एक्सप्रेस में पब्लिश रिपोर्ट के अनुसार, डॉ. दिलीप गुडे, जो कि यशोदा हॉस्पिटल्स हैदराबाद के सीनियर कंसल्टेंट फिजिशियन हैं, बताते हैं कि रोजाना आधी रात को सोने से मेटाबॉलिज्म पर प्रभाव पड़ता है और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस में भी बढ़ोतरी होती है। एक्सपर्ट बताते हैं कि जब हम रोजाना आधी रात के समय में सोते हैं, तो उससे हमारे शरीर का जो नेचुरल स्लीपिंग साइकिल है, वह प्रभावित हो जाता है। ऐसे लोग बाकी लोगों की तुलना में अपने जीवनकाल के सोने के समय को कम कर देते हैं और नींद घटा देते हैं, जो गंभीर हो सकता है।

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आधी रात सोने के नुकसान

स्लीप डेप्रिवेशन

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अगर आप रोजाना देर रात यानी 2 से 3 बजे तक जागने के बाद सोते हैं, तो इससे डिसरप्टिव सर्कैडियन रिदम डिसऑर्डर हो सकता है। यह एक स्लीपिंग डिसऑर्डर होता है, जिसमें रात की नींद इस आदत की वजह से प्रभावित हो जाती है और दिन के समय नींद ज्यादा आती है। साथ ही, फोकस में कमी भी महसूस की जा सकती है।

sleeping late night

कॉग्नेटिव प्रॉब्लम्स

देर से सोने की आदत आपकी नींद को प्रभावित करती है। इससे कॉग्नेटिव हेल्थ इशूज हो सकते हैं, जिसमें याददाश्त कमजोर हो सकती है। काम में ध्यान लगाना मुश्किल हो जाता है, मेमोरी रिटेंशन जैसी परेशानियां हो सकती हैं।

स्ट्रेस हार्मोन्स

गलत समय पर सोने से शरीर में स्ट्रेस हार्मोन्स की ग्रोथ तेज हो जाती है। इससे कोर्टिसोल हार्मोन ब्रेन में तेजी से रिलीज होता है, जो तनाव बढ़ाता है।

इसके अलावा, नींद सही समय पर पूरी न करने से इम्यूनिटी पर भी प्रभाव पड़ता है। देर से सोने पर मेटाबॉलिक डिसऑर्डर हेल्थ प्रॉब्लम्स भी आपको हो सकते हैं।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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