whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.

नाखून से भी मिलते हैं कैंसर के संकेत, रिसर्च में सामने आई ये बात

Cancer Warning Signs On Nails: कैंसर बीमारी के मामले हर साल इतने बढ़ रहे हैं कि इसके शुरुआती संकेतों की सही समय पर पहचान नहीं हो पाती है, लेकिन क्या आप जानते हैं एक रिसर्च के अनुसार, नाखूनों से भी कैंसर का पता लग सकता है।
11:24 AM Jul 11, 2024 IST | Deepti Sharma
नाखून से भी मिलते हैं कैंसर के संकेत  रिसर्च में सामने आई ये बात
Image Credit: News24

Cancer Warning Signs On Nails: कैंसर एक खतरनाक बीमारी है, जिसका नाम सुनते ही हर किसी के हाथ-पांव फूल जाते हैं। हालांकि, समय के साथ-साथ इनके संकेतों का पता चलने पर उपचार कर सकते हैं। ऐसे में हमारा शरीर भी कैंसर के अलग-अलग संकेत दे सकता है। इसमें सबसे पहले अपने नाखूनों को ले लीजिए, जो इस जानलेवा बीमारी के बारे में आपको सावधान कर सकते हैं। कैंसर के बारे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) ने पाया कि नाखून की लंबाई से कैंसर के बढ़ते जोखिम का संकेत दे सकती है।

क्या कहती है रिसर्च

हाल ही में एक रिसर्च में रिसर्चर ने बताया कि आपके नाखूनों में दिखने वाला परिवर्तन एक दुर्लभ ट्यूमर का संकेत हो सकता है। नाखून की लंबाई में चलने वाली एक सफेद या लाल पट्टी स्किन, आंखों और किडनी को प्रभावित करने वाले कैंसर के बढ़ते जोखिम का संकेत हो सकती है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (National Institutes of Health) ने डेटा का विश्लेषण किया, जिसमें दिखाया गया कि BAP1 ट्यूमर प्रेडिस्पोजिशन सिंड्रोम वाले व्यक्ति में एक रेयर जेनेटिक स्थिति अक्सर ओनिकों पैपिलोमा के साथ होती है और लाल लकीर के साथ मोटे नाखूनों का कारण बनती है।

अन्य लक्षण 

अगर इसके अन्य लक्षणों की बात करें तो नाखून पर सफेद या भूरे रंग की पट्टियां, साथ ही फटना, नाखून के टुकड़े टुकड़े होना और नाखून के नीचे खून बहने के लक्षण शामिल हैं। आम तौर पर, ओनिकों पैपिलोमा सामान्य आबादी में केवल एक नाखून पर असर करता है, लेकिन BAP1 सिंड्रोम वाले लोगों में कई नाखून शामिल होते हैं। शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि आने वाले उनके निष्कर्ष BAP1 के जोखिम वाले लोगों की पहचान करने में मदद कर सकते हैं।

NIH के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आर्थराइटिस एंड मस्कुलोस्केलेटल एंड स्किन डिजीज में त्वचा विज्ञान परामर्श सेवाओं के प्रमुख एडवर्ड कोवेन ने JAMA डर्मेटोलॉजी जर्नल में लिखा कि यह खोज आम आबादी में शायद ही कभी देखी जाती है और हमारा मानना ​​है कि कई नाखूनों पर ओनिकों पैपिलोमा का संकेत देने वाले नाखून परिवर्तनों की उपस्थिति BAP1 ट्यूमर प्रेडिस्पोजिशन सिंड्रोम के निदान पर विचार करना चाहिए।

स्टडी ने 35 परिवारों में 13 से 72 साल की आयु के 47 लोगों के डेटा का विश्लेषण किया, जो सभी BAP1 वेरिएंट ले रहे थे। इसमें पाया कि BAP1 ट्यूमर प्रेडिस्पोजिशन सिंड्रोम वाले लगभग 87 % लोगों में नाखून से जुड़ी असामान्यताएं दिखाई दी हैं। इनमें नाखून का फटना और छींटों से ब्लीडिंग शामिल थी, जिनमें से कई ओनिकों पैपिलोमा के संकेत थे।

JAMA डर्मेटोलॉजी में प्रकाशित रिसर्च में पाया गया कि BAP1 ट्यूमर प्रेडिस्पोजिशन सिंड्रोम वाले लगभग 97% प्रतिभागियों में ओनिकों पैपिलोमा ने कई नाखूनों को प्रभावित किया। इसके विपरीत, यह कंडीशन आम आबादी में आमतौर पर सिर्फ एक नाखून को प्रभावित करती है।

ये भी पढ़ें-  बढ़ती उम्र में रहना चाहते हैं हेल्दी तो इन फूड को करें डाइट में शामिल

Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।  
Tags :
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो