पश्चिम बंगाल में तैनात होंगे 40,000 हजार जवान, हिंसा भड़कने के डर से केंद्र सरकार ने उठाया बड़ा कदम
CAPF Companies positioned in West Bengal: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। कल यानी 4 जून की सुबह 543 सीटों पर मतगणना होगी। हालांकि नतीजों के बाद कुछ राज्यों में हिंसा भड़क सकती है। ऐसे में हिंसा पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार पहले से ही कड़े इंतजाम करने में जुट गई है।
400 CAPF कंपनियां तैनात
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी है। खासकर पश्चिम बंगाल में हालात बिगड़ने के ज्यादा आसार हैं। ऐसे में गृह मंत्रालय ने राज्य में CAPF की 400 कंपनियां यानी 40 हजार से अधिक जवानों की नियुक्ति कर दी है। जो कि 19 जून तक पश्चिम बंगाल के अलग-अलग जिलों में तैनात रहेंगे।
To manage post-election violence, nearly 400 Central Armed Police Force (CAPF) companies (over 40,000 personnel) will remain in West Bengal until June 19. A significant portion of the CAPFs will consist of the Central Reserve Police Force: Official sources
— ANI (@ANI) June 3, 2024
कई केंद्रीय सुरक्षा बलों की होगी नियुक्ति
रिपोर्ट्स के अनुसार 400 सेंट्रल ऑर्म्ड पुलिस फोर्स (CAPF) की कंपनी में सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF), बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF), सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF), इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस फोर्स (ITBP) और सशस्त्र सीमा बल (SSB) शामिल होंगी।
चुनाव में तैनात थीं 900 CAPF की कंपनियां
हालांकि लोकसभा चुनाव के दौरान इससे भी बड़ी संख्या में केंद्रीय सुरक्षा बलों को पश्चिम बंगाल में तैनात किया गया था। बता दें कि पश्चिम बंगाल में 19 अप्रैल से लेकर 1 जून तक सभी सात चरणों में मतदान हुआ था। इस दौरान CAPF की 900 कंपनियां (90,000 जवान) सिर्फ पश्चिम बंगाल में नियुक्त की गई थीं।
अन्य राज्यों में भी भेजे गए थे सुरक्षा बल
इसके अलावा आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में ये पहला लोकसभा चुनाव था। ऐसे में शांतीपूर्ण चुनाव करवाने के लिए केंद्र सरकार ने यहां 635 CAPF की कंपनियां तैनात की थीं। अन्य राज्यों की बात करें तो छत्तीसगढ़ में 360, बिहार में 295 और उत्तर प्रदेश में 252 CAPF की कंपनियां नियुक्त हुई थीं।