धरना दे रहे छात्रों ने खोली दृष्टि IAS की पोल, MCD पर भी उठे सवाल
Drishti IAS Coaching Controversy: राव IAS के बेसमेंट में हुए हादसे के बाद दिल्ली प्रशासन एक्शन में आया है। MCD ने कार्रवाई करते हुए कई कोचिंग सेंटर के बेसमेंट को सील कर दिया है। इस कड़ी में एक नाम UPSC की मशहूर कोचिंग संस्था दृष्टि IAS का भी शामिल है। हादसे के बाद मुखर्जी नगर में छात्रों का धरना प्रदर्शन जारी है। सभी छात्र लगातार दो दिन से दृष्टि IAS की बिल्डिंग के सामने धरना दे रहे हैं। मगर अभी तक पुलिस के अलावा छात्रों की सुनने वाला वहां कोई नहीं आया है।
दृष्टि IAS के बेसमेंट में सालों से चलती है क्लास
छात्रों का दावा है कि दृष्टि IAS के बेसमेंट में कई सालों से क्लास चल रही है। दृष्टि IAS समेत 13 कोचिंग इंस्टीट्यूट बेसमेंट का इस्तेमाल कमर्शियल एक्टिविटी के लिए करते आ रहे हैं। एक तरफ दृष्टि IAS के मालिक विकास दिव्यकीर्ति कैमरे के सामने नौतिकता का पाठ पढ़ाते हैं तो दूसरी तरफ नियमों का उल्लंघन करते हुए बेसमेंट में क्लास चला रहे हैं। छात्रों का कहना है कि ये बात MCD को भी अच्छी तरह से पता थी। MCD इस बात से वाकिफ थी कि राजेंद्र नगर और मुखर्जी नगर में मनाही के बावजूद कई कोचिंग सेंटर की क्लास बेसमेंट में चलती हैं। तो सवाल ये है MCD ने इसपर एक्शन क्यों नहीं लिया? क्या MCD तीन छात्रों की मौत का इंतजार कर रही थी?
After Delhi's Old Rajinder Nagar coaching centre incident, MCD sealed a total of 5 basements today- Drishti IAS Institute, Vaji Ram IAS Institute, VajiRam and Ravi Institute, VajiRam and IAS hub, SriRam IAS Institute. MCD has also removed illegal encroachment and demolished… pic.twitter.com/2qagfGwyaI
— ANI (@ANI) July 29, 2024
देर से जागी MCD
धरना प्रदर्शन में बैठे छात्रों के अनुसार अक्सर कोई घटना होने पर ही MCD की नींद खुलती है और मामला ठंडा होने के बाद MCD फिर से सो जाती है। पिछले साल संस्कृति IAS के बेसमेंट में आग लगने के बाद भी MCD नींद से जागी थी और कोचिंग पर ताला लगा दिया गया था। मगर 1 महीने बाद कोचिंग फिर से खुल गई। आखिर ऐसी क्या मजबूरी है कि MCD चाहकर भी कोचिंग संस्थानों में रोक नहीं लगा पा रही है? या फिर MCD रोक लगाना नहीं चाहती है?
राजेंद्र नगर और मुखर्जी नगर को सिविल सेवा परीक्षा की कोचिंगों का हब कहा जाता है। मगर बच्चे यहां बद से बदतर हालत में रहने को मजबूर हैं। मकान मालिक से लेकर खाने की दुकान तक सभी बच्चों को खूब लूटते हैं। छोटे से कमरे का किराया भी 10 हजार से ज्यादा होता है। कोचिंग संस्थान एडमिशन के लिए लाखों रुपये लेते हैं। मगर इसके बावजूद इन जगहों पर बच्चे सुरक्षित नहीं है। पूरे इलाके में बिजली के तार मकड़ी के जाल सरीखे बिछे हैं। कुछ दिन पहले इन्हीं में से एक तार बरसात के पानी में टूटकर गिर गया और कोचिंग जाते समय करंट लगने के कारण एक छात्र की मौत हो गई।
दृष्टि IAS में भी लापरवाही के संकेत
दृष्टि IAS की बात करें तो इसके मालिक विकास दिव्यकीर्ति को भला कौन नहीं जानता? UPSC की तैयारी करने वाले कई बच्चे उन्हें अपना आदर्श मानते हैं। मगर दृष्टि IAS कोचिंग की हालत देखकर आप भी चौंक जाएंगे। दृष्टि IAS पर आरोप लग रहे हैं कि बिजली का पावरप्लांट बेसमेंट में ठीक कोचिंग क्लास के बराबर में बना हुआ है, जिसमें दर्जनों बिजली के मीटर और तारें लगी हैं। इसके अलावा कोचिंग क्लास के पास सीवर सिस्टम का हाल भी बेहाल है। इसमें से मीथेन गैस निकलने का खतरा है, जिससे हजारों बच्चों की जान भी जा सकती है।
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