होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

दसवीं 10 बार फेल! 11वें प्रयास में मिली सफलता, पूरे गांव ने मनाया जश्न

10th Pass in 11th Attempt: फिल्म '12वीं फेल' की तर्ज पर महाराष्ट्र से सफलता की एक अनोखी कहानी सामने आई है। 10 बार दसवीं की परीक्षा फेल करने के बाद युवक को 11वीं बार में सफलता हाथ लगी है।
04:52 PM May 28, 2024 IST | Rahul Pandey
Advertisement

10th Pass in 11th Attempt: साल 2023 में आई विधु विनोद चोपड़ा की फ़िल्म '12th फेल' फिल्म आपने देखी होगी। इस फ़िल्म के कहानी की पुनरावृत्ति महाराष्ट्र के बीड जिले में हुई है। यहां एक लड़के ने कक्षा दसवीं में दस बार फेल होने के बाद 11वीं बार सफलता हासिल की है। सफलता मिलने के बाद पूरे गांव ने जश्न मनाया है। जिसकी तस्वीर भी सामने आई है।

Advertisement

पिता की जिद से मिली सफलता

यह एक सच्ची कहानी है। 10वीं कक्षा में फेल हो चुके एक जिद्दी पिता की अपने बेटे को किसी भी कीमत पर परीक्षा पास कराने की इच्छा आखिरकार पूरी हो गई है। सोमवार को महाराष्ट्र SSC बोर्ड के नतीजे घोषित हुए हैं। जिसमे बीड जिले के परली तालुका के डावी गांव में रहने वाले लड़का नामक कृष्ण नामदेव मुंडे ने आखिरकार 11वें प्रयास में सफलता हासिल कर ली। इस बात से न सिर्फ उनका परिवार बल्कि पूरा गांव खुश है। कृष्णा के पास होने की खुशी में गांव ने ढोल नगाड़ों के साथ पूरे गांव में जुलूस निकाला।

Advertisement

11वीं बार में मिली सफलता

परली तालुक के डाबी गांव के रहने वाले साइनस उर्फ ​​नामदेव मुंडे का बेटा कृष्णा साल 2018 में 10वीं कक्षा में था। वह 2018 की 10वीं की परीक्षा में फेल हो गया। तबसे लेकर उसने 10 बार बोर्ड का एग्जाम दिया लेकिन, हर बार उसे मायूसी हाथ लगती थी। आखिरकार 11वें एटेम्पट में सफलता मिली है। पिता साइनस उर्फ ​​नामदेव मुंडे बेहद साधारण घर से हैं। अपना पूरा जीवन अत्यधिक कठिनाई में और एक मजदूर के रूप में काम करते हुए बिताया है। चाहे कुछ भी हो, वह चाहते थे कि उनका बेटा 10वीं कक्षा पास करे। इसलिए उन्होंने अपने बेटे कृष्णा को आज तक परीक्षा देते हुए कहा कि अगर तुम फेल भी हो गए तो कोई बात नहीं, जब तक पास नहीं हो जाओ तब तक परीक्षा देते रहो।

गांव में जश्न का माहौल

दस बार असफल होने के बाद, कृष्णा को आखिरकार सोमवार को घोषित हुए 10वें परिणाम में ग्यारहवें प्रयास में सफलता मिली।  इस सफलता से पिता बहुत खुश हुए और खुशी के आंसू नहीं रोक सके। इतना ही नहीं, पूरा गांव इस सफलता से इतना खुश है कि पूरा गांव कृष्णा को बधाई दे रहा है मानो उसने कोई बड़ी सफलता हासिल कर ली हो।

Open in App
Advertisement
Tags :
BeedBreaking NewsmaharashtraParliSSC board exam result 2024
Advertisement
Advertisement